लालापुर/प्रयागराज: लालापुर थाना क्षेत्र के यमुना पंप कैनाल के बगल भिलोर घाट पर यमुना नदी (Yamuna river) में जेसीबी लगाकर अवैध रूप से यमुना सैंड का अवैध खनन कर राजस्व को लाखों का चूना लगाया जा रहा है। नदी के पानी के अंदर से बालू की निकासी किये जाने से जलीय जीव जंतुओं को क्षति पहुंचाई जा रही है।
नहीं माने जा रहे सरकारी आदेश
लालापुर थाना क्षेत्र के यमुना पंप कैनाल के बगल स्थित भिलोर घाट खंड 3 पर पिछले वर्ष उच्चस्तरीय टीम जॉंच करने पहुँची थी।जहाँ 32 एकेक्स भिलोर खंड 3 का इलाका जलमग्न होने के कारण उसमें खनन को गलत ठहराया गया था। वही पानी कम होने के बाद निकासी का पट्टा दिया जाता है, परंतु आलम यह है कि भिलोर घाट खंड 3 पर सूखी बालू न होने की वजह से यमुना नदी (Yamuna river) के बीचोंबीच में बोट व जेसीबी लगाकर प्रतिदिन सैकड़ों ट्रको व ट्रैक्टर का अवैध खनन व परिवहन किया जा रहा है। जहाँ लोगों का कहना है कि बिना रवन्ना व बिना कांटा किए अवैध सैकड़ो गाड़ियों का अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा है। जबकि शासन का आदेश है कि पट्टे के बाद एनजीटी के नियमों का पालन किया जाना आवश्यक है लेकिन बालू माफिया यमुना नदी (Yamuna river) का सीना चीरकर जेसीबी लगाकर अवैध रूप से बालू की निकासी कर रहे हैं। जिससे जलीय जीव जंतुओं की हत्या की जा रही है।
इस संबंध में पुलिस कमिश्नर प्रयागराज को जानकारी होने पर उन्होंने एसीपी बारा को जाँचकर कार्यवाही का आदेश दिया। इसके बावजूद खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है।
जिलाधिकारी प्रयागराज ने कहा कि, “पोकलैैंड और जेसीबी से यमुना से बालू यदि निकाला जा रहा है तो इस काम में लगे लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा। साथ ही जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। मामले की जांच कराई जाएगी”।