बांदा जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के रोक के बाद भी अवैध खनन हो रहा है। जहाँ 356/1 में खुलेआम प्रतिबंधित मशीनों से अवैध खनन हो रहा है। हैवीवेट पोकलैंड जैसी भारी भरकम मशीनों से बड़े -बड़े जानलेवा गड्ढे किये जा रहे है।
झांसी के दीप्ति गुप्ता के नाम से पट्टा संचालित है। वही शिवमोहन तिवारी नाम का व्यक्ति पट्टे का संचालन कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है रात में और प्रतिबंधित मशीनों को लगाकर नदी की जलधारा से खनन करते है।
एनजीटी की गाइडलाइन को दरकिनार कर खनन कर रहे है। खनिज विभाग और खनिज अधिकारी अर्जुन सिंह और खनिज इंस्पेक्टर गौरव कुमार की मिली भगत से यह पूरा खेल चल रहा है। पैलानी एस डी एम शशिभूषण ने अभी दो दिनों पहले खदान में छापा मारा था, लेकिन खनिज विभाग ने कार्यवाही के बजाय लीपापोती किया। बिगत दो वर्ष पहले दो मासूम बहनों की इन्ही गड्ढों में डूबकर दर्दनाक मौत हुई थी।