सुनील शेट्टी ने हाल ही में वेब सीरीज “धारावी बैंक” से अपना ऑनलाइन डेब्यू किया। सुनील शेट्टी टेलीविजन श्रृंखला में धारावी के डॉन थलाइवा की भूमिका निभाते हैं। श्रृंखला में, सुनील ने एक 60 वर्षीय डॉन की भूमिका निभाई। “धारावी बैंक” में, सुनील, जो 62 साल के हैं, फिर भी युवा और फिट दिखाई देते हैं। इस रोल के लिए उन्हें प्रोस्थेटिक मेकअप से गुजरना पड़ा था। आजतक डॉट इन से एक्सक्लूसिव बातचीत पर सुनील अपनी फिटनेस मंत्रा शेयर करते हैं.
क्या है सुनील शेट्टी की फिटनेस का राज?
‘अपनी रोजाना की रूटीन शेयर करते हुए सुनील कहते हैं, मैं कितनी भी देर रात सोया हूं, लेकिन मेरी कोशिश यही होती है कि 6 से 6.30 बजे सुबह मैं उठ जाऊं. इसके बाद मैं लगभग एक घंटा एक्सरसाइज को देता हूं. भले ही मुझे इसके बाद सोना भी पड़ जाए, तो कोई गुरेज नहीं है. लेकिन फिटनेस ट्रेनिंग से कोई समझौता नहीं है.’
‘एक्टर लेते हैं कौन सी डाइट‘
अपनी डायट के बारे में सुनील कहते हैं, मैं हमेशा नाप-तोल कर ही खाना खाता हूं. क्वांटिटी कभी ज्यादा नहीं रखता हूं. भले ही मेरा पेट पूरी तरह नहीं भरा हो. मैंने अपनी जिंदगी में सफेद चीजों को अलविदा कह दिया है. कह लें, मुझे खाने में दिखने वाली सफेद चीजों से नफरत है. मैं सॉल्ट, सुगर, मिल्क वॉइट राइस से भागता हूं. मिल्क अगर लैक्टो फ्री हो, तो चल जाएगा, लेकिन ग्लूटन से भरपूर चीजों का परहेज करता हूं. मैं जानता हूं कि मेरे लिए क्या सही है और क्या गलत.’
‘इसके अलावा रेग्यूलर ट्रेनिंग पर फोकस करता हूं. मैं जिम में नई-नई चीजें सीखता हूं. स्पोर्ट्स खेलता हूं. मैं खुद के फार्म में गार्डनिंग करता हूं. मुझे पेड़-पौधों से प्यार है. इतने सालों में मैंने यही सीखा है कि जो चीजें मुझे खटकती हैं, मैं उसे कैंसर मानकर अपनी जिंदगी से बाहर निकाल फेंकता हूं. अगर मैं किसी चीज से नाखुश रहूं और एहसास होता है कि वो हफ्तेभर मुझे परेशान कर रहा है, तो मुझे पता चलता है कि वो हफ्तेभर में जो चीजें झेलता हूं. क्यों न उसे सात घंटे में ही बदल दूं. मेंटली मुझे बहुत स्ट्रॉन्ग होना पड़ता है और यह तरीका मेरे काम आया भी है. ऐसा इंसान के साथ भी है. अगर किसी के साथ मेरी कोई लड़ाई हुई है, तो मैं उस इंसान से दूर हो जाता हूं.’
‘भले उस आदमी को जब अहसास होगा वो आकर सॉरी कहेगा. तबतक वो इंसान मेरे लिए मायने ही नहीं रखता है. मैंने पब्लिकली आजतक किसी के बारे में कुछ गलत नहीं कहा है. उसका गिल्ट उसके अंदर रहता ही है. पता नहीं हमारे अंदर किस बात का ईगो है, जो हमें अपनी गलतियां स्वीकारने से रोकता है. मैं अपने साथ ऑनेस्ट रहता हूं.’
कैसे किया ट्रांसफॉर्मेशन?
‘अपने मेजर ट्रांसफॉर्मेशन पर सुनील कहते हैं, लॉकडाउन के दौरान मेरा वजन काफी बढ़ गया था. मैं करीब 87 किलो तक पहुंच चुका था. जो कि पूरी तरह से अनहेल्थी था. मुझे कैसे भी अपना वजन घटाना था. इसी दौरान मैंने अपनी बॉडी से दस बारह किलो कम किया. अपने खाने, न्यूट्रिशन पर ध्यान दिया और 74 किलो तक पहुंचा. देखो, मेरी उम्र भी बढ़ रही है और इस वक्त हेल्थ पर फोकस करना बहुत जरूरी है. अब इस उम्र में हंच, फीट ड्रैगिंग जैसे इंटेंस वर्कआउट नहीं हो सकते हैं.’
‘देखो, मैं बुढ़ा हो होऊंगा ही होऊंगा. इस सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता है. कोशिश यही है कि मैं इस प्रोसेस में स्लो एंट्री करूं और किसी को तकलीफ दिए बगैर अपनी जिंदगी को जीऊं. खासकर बच्चों पर कोई बोझ नहीं बनना चाहता हूं. अब हेल्थ और फिटनेस को देखने का नजरिया बदला है. अब यही सोचकर हेल्थी रहता हूं कि बीमार न पड़ जाऊं.’
पिछले 8 साल से वॉइट चीजों का नहीं किया सेवन,
‘मैं नमक, चीनी, दुध, वॉइट राइस पिछले 8 साल से नहीं खा रहा हूं. मेरे लिए सक्कर मतलब फ्रूट्स हैं. मुझे चाय की आदत है. एक दिन में दो बार चाय तो जरूर पीता हूं. भले ही आधा-आधा कप, लेकिन वो जरूरी है. बस उसी में जो सुगर है. वो ही मेरे दिन का हिस्सा है. वाइट नमक के बजाए मैं रॉक सॉल्ट का इस्तेमाल करता हूं.’
‘दूध अगर लैक्टॉस फ्री मिले, तो उसे भी दही बनाकर इस्तेमाल करता हूं. मैंने गेहूं और ग्लूटन से भरपूर चीजों को छोड़ दिया है. मैं उनकी जगह ब्राउन राइस की रोटी, नाचीनी, सिंघाड़े के आटे की रोटी खा लेता हूं. हमारे देश में इतने मिनरल्स और कैल्सियम से युक्त चीजें हैं, जिसकी कोई हद नहीं है. ये ग्रीन रिवॉल्यूशन तो अंग्रेजों के चोंचले हैं. मैं तो सिंघाड़ा, सेंधी, जैसे ग्रेन्स खाता हूं. आज जाकर लोगों को पता चला है कि कोकोनट आइल हेल्थ के लिए अच्छा है, जबकि मैं तो बचपन से ही उसका सेवन करता आया हूं.’
‘हेल्थी खाना और रोजाना की एक्सरसाइज ही मेरा सीक्रेट हैं. अब मैं 62 साल का हो गया हूं, लेकिन लोग मेरी उम्र का अंदाजा नहीं लगा पाते हैं. अब इसी सीरीज में अपनी उम्र से दो साल छोटा दिखने के लिये मुझे प्रोस्थेटिक मेकअप से गुजरना पड़ा है.