UP: हरदोई (Hardoi) जनपद में चूल्हे की चिंगारी से आग लग गयी। आग के आगोश में दो मासूम जिंदा जल गए। वही जानकारी मिलते ही गांव में मातम सा छा गया स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बता दें कि, सुबह के समय बच्चों की मां खाना बनाने के लिए चूल्हे में आग जलाकर शौच के लिए घर से बाहर गई थी। वापस आने पर घर में आग लगा देख महिला डर गयी। वही दो माशूम इस आग की लपट में जल गए।
बता दें कि, यहां पर सरकारी योजनाएं बिल्कुल हवा हवाई साबित हो रही हैं। पीड़िता को अभी तक किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। जिसके चलते यह हादसा हुआ। कच्चा मकान बना हुआ था और शौच के लिए भी घर से बाहर जाना पड़ता था।
पूरा मामला हरदोई (Hardoi) जनपद की हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा मखाई पुरवा का है। जहां चूल्हे की चिंगारी से आग लगी झोपड़ी में झोपड़ी के अंदर सो रहे मासूम भाई बहन जलकर मर गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक मासूमों की मां चूल्हे में आग सुगलाकर शौच के लिए घर से बाहर गई थी। जिसके बाद आग की आगोश में झोपड़ी समा गई और झोपड़ी के अंदर सो रहे नौनिहाल भाई बहन जिंदा जल गए। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आपको बता दें कि, दरअसल हरदोई जनपद में आज भी कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो बीजेपी सरकार में सपा की मानसिकता धारण किए हुए हैं। जिसका खामियाजा आज दो मासूमों को अपनी जान देकर भरना पड़ा। तमाम योजनाएं हैं सिर्फ कागजों पर ही चल रही हैं। पीड़िता को किसी भी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला।
सरकार के निर्देश पर यहां पर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अब सवाल उठता अगर उज्जवला योजना का लाभ पीड़िता को मिला होता तो क्या यह दो मासूम जिंदा जलकर मौत की आगोश में समा जाते इतना ही नहीं। अगर आवास शौचालय का लाभ मिला होता तो क्या यह कांड होता फिलहाल हरदोई जनपद में तमाम ऐसे अधिकारी हैं। जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का पूरी तरीके से पालन नहीं कर रहे हैं।