Uttar Pradesh: यूपी के हरदोई (Hardoi) में जिलाधिकारी अर्चना वर्मा (Archana Verma) ने अपने बेटे का दाखिला किसी बड़े स्कूल में नहीं बल्कि सरकारी विद्यालय में कराया है। जहां पर उनका बेटा स्कूल में पहुंचकर आम बच्चों की तरह शिक्षा प्राप्त कर रहा है।
सरकारी विद्यालय में पढ़ने जा रहा डीएम का बेटा
अक्सर देखा जाता रहा है कि सरकारी अफसर अपने बच्चों को किसी सरकारी स्कूल में पढ़ाना मुनासिब नहीं समझते हैं। असल में उन्हें भी पता होता है कि सरकारी विद्यालय में अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है। इसलिए वह किसी इंग्लिश मीडियम या फिर प्राइवेट विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ाना अच्छा समझते हैं। लेकिन हरदोई (Hardoi) में एक अधिकारी ने कुछ ऐसा करके दिखाया है जो कि बाकी अधिकारियों को जिले के अधिकारी से सीख लेनी पड़ेगी। दरअसल जिलाधिकारी अर्चना वर्मा (Archana Verma) ने अपने बेटे का दाखिला एक सरकारी विद्यालय में कराया है। यहां पर रोजाना उनका बेटा सरकारी विद्यालय में पढ़ने आने वाले बच्चों के साथ में शिक्षा को प्राप्त कर रहा है। जहां हम बच्चों की तरह जिलाधिकारी की बेटे को भी शिक्षा प्रदान कराई जा रही है।
जिलाधिकारी ने सरकारी विद्यालय के प्रति लोगों को किया जागरूक
जिलाधिकारी अर्चना वर्मा (Archana Verma) के द्वारा अपने बेटे का सरकारी विद्यालय में एडमिशन कराए जाने के बाद उन्होंने लोगों को यह बताने की कोशिश की है कि आप किसी भी विद्यालय में एडमिशन करवा ले शिक्षा आपको बराबर ही मिलेगी। लेकिन सरकार के द्वारा जगह पर खोले गए सरकारी विद्यालयों में भी उसी तरीके की शिक्षा मिलेगी जो की प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को मिलती है। डीएम के द्वारा अपने बच्चों का सरकारी विद्यालय में एडमिशन कराए जाने के बाद अब आम जनता भी अपने बच्चों का सरकारी विद्यालय में एडमिशन कराने के प्रति जागरूक होगी।