उत्तर प्रदेश: जनपद बांदा (Banda) में एक बार फिर ओलावृष्टि नें अपने अत्याचार से तबाही मचा दी है। किसानों की सरसों, मटर, चना, मसूर, गेंहू आदि की फसलें खेतों में ही टूटकर पसर गईं। किसानों ने बताया कि एक-एक ओले का वजन 100 से 200 ग्राम तक का था। तेज बारिश के साथ गिरे ओले की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। तेज बारिश के साथ बड़े-बड़े ओले गिरने से किसान परेशान हो गए हैं। इसी तरह नरजिता आदि गांवों में भी ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। एसडीएम बबेरू नमन मेहता ने बताया कि मौके में हल्का लेखपाल को भेज कर जांच कराई जाएगी।
इसी प्रकार बबेरू क्षेत्र के लगभग डेढ़ दर्जन के अधिक गांवों जलालपुर, काजीटोला कबीरपुर, आलमपुर, जोरावरपुर, चौहान डेरा, पिंडारन, बाकल, समगरा, सीरिया ताला, शमसुद्दीनपुर, औगासी, करहुली, भभुवा, अधांव, बीरा, इंगुवा, मऊ सहित कई गांव में जबरदस्त ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गईं। इससे किसानों के चहरे मुरझा गए हैं। पहले ओला गिरा और गरज चमक के साथ बरसात हुई, जिससे लाही चना गेहूं मसूर अलसी सहित तमाम फसलों का नुकसान हुआ है।