कौशाम्बी: मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के सेहिया गांव (Sehiya village) निवासी हबीब अहमद उम्र लगभग 65 वर्ष की दो दिन पहले हत्या कर दी गयी। हत्या की रात हबीब अहमद को मोबाइल कर घर से बुलाया गया। घर से बुलाकर उनकी हत्या करने के बाद हत्यारों ने लाश को चित्रकूट जनपद के राजापुर थाना क्षेत्र में ठिकाने लगा दिया। राजापुर कोतवाली पुलिस ने हबीब की लाश को बरामद कर शिनाख्त कराने के बाद उसका पोस्टमार्टम कराया है। मामले में राजापुर पुलिस ने हबीब की मौत की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों की माने तो मोबाइल फोन पर बात करने के बाद हबीब घर से निकले थे। वह किससे बात कर रहे थे? इस बात का खुलासा मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच के बाद हो सकता है। सूत्रों की मानें तो हबीब को बुला कर ले जाने वाले सेहिया गांव (Sehiya village) के बताए जाते हैं। जिनके दूसरे प्रांतों में भी आपराधिक इतिहास हैं। यदि पुलिस ने सेहिया गांव (Sehiya village) के संदिग्ध लोगों के कारनामों की सूक्ष्म जांच शुरू की, तो हबीब के हत्यारों तक पहुंचने में पुलिस को मदद मिलेंगी
ओझाई का काम करने वाले हबीब अहमद की इलाके में किसी से दुश्मनी नहीं थी। जन चर्चा में जाएं तो जमीन से गड़ा धन खोदकर निकालने की उनके अंदर कला थी। बताया जाता है कि हबीब के संपर्क में 2 दर्जन लोग थे। जो जमीन से गड़ा धन निकालने में उनका सहयोग करते थे। जमीन खोदकर सोने चांदी की गिन्नी, मोहर, गड़ा धन निकालने में हबीब के संपर्क में रहने वाले दो दर्जन लोगों की गतिविधियों पर पुलिस को जांच किए जाने की जरूरत है। सूत्र बताते हैं कि कुछ दिन पहले जमीन से गड़ा धन निकालने में हबीब और उनके साथियों को सफलता मिली थी। लेकिन जमीन से निकले सोने के मोहरों, गिन्नी के बंटवारे को लेकर विवाद के चलते उनके सहयोगियों ने हबीब को घर से बुलाकर हत्या करने के बाद उनकी लाश को चित्रकूट जनपद के राजापुर कोतवाली क्षेत्र में ठिकाने लगा दिया है। हबीब की मौत के मामले में पुलिस ने यदि सर्बिलान्स के सहारे जांच आगे बढ़ाई तो हबीब की मौत से जुड़े कई चेहरे बेनकाब होंगे।