गुजरात में कल यानि रविवार को बेमौसम हुई मूसलाधार बारिश से सामान्य जन- जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भारी बारिश की चपेट में आने से 14 लोगों की जान चली गई। सरकारी विभाग के अनुसार, इन सभी 20 लोगों की मौत आकाशीय बिजली के गिरने से हुई है।
इसके साथ ही मौत का आकंड़ा बढ़ने की भी आशंका जताई गई है। भारी बारिश की चपेट में आकर 40 मवेशियों की भी मौत हुई है। भारी बारिश का सबसे ज़्यादा असर गुजरात के अमरेली, सुरेन्द्रनगर, मेहसाणा, बोटाड, पंचमहल, खेड़ा, सबरकांठा, सूरत और अहमदाबाद ज़िलों में पड़ा है।
इन ज़िलों में भारी बारिश के साथ 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएं भी चली हैं। वहीं मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात के इलाक़ों में मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट जारी की है।
वही महाराष्ट्र के नासिक ज़िले में बेमौसम बारिश के साथ कई इलाकों में ओले भी गिरे। इससे किसानों को फसलों का भारी नुक़सान हुआ है। नासिक के निफाड, लासलगांव, मनमाड और चंदवाड इलाक़ों में बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ बारिश हुई। जिससे किसानों को अंगूर और प्याज़ की खेती में भारी नुक़सान की आशंका है। इस बीच नासिक के गंगापुर बांध से जायकवाड़ी में पानी छोड़े जाने से गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण से नदी के किनारे पर्यटकों के वाहन पानी में फंस गए। दूसरी तरफ बेमौसम बारिश के चलते शहर के कई इलाक़ों में बाढ़ का ख़तरा पैदा हो गया है।