ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण: दो किसान नेताओं में वर्चस्व की जंग

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Uttar Pradesh: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) क्षेत्र के किसानों को उनके अधिकार दिलाने के लिए दो किसान नेताओं के बीच होड़ लग गई है। आज सोमवार से मनवीर भाटी ने जहां सैकड़ों लोगों के साथ प्राधिकरण पर दिन-रात का धरना शुरू कर दिया। वहीं सुबह जल्दी पहुंच कर रूपेश वर्मा ने अधिकारियों से वार्ता कर प्राधिकरण को किसानों के मुद्दों पर क्लीन चिट दे दी।

लगभग पांच महीने तक चले धरने को गत 16 सितंबर को उठ जाने के बाद राहत की सांस ले रहे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) पर एक महीने बाद ही फिर से किसानों का धरना शुरू हो गया है। इस बार धरने का आयोजन किसान नेता मनवीर भाटी द्वारा किया गया है। गत चार अक्टूबर को शासन द्वारा बैक लीज के ढाई सौ प्रकरणों को निरस्त कर देने से नेपथ्य में चल रहे किसान नेता मनवीर भाटी को मानों प्राण वायु मिल गई। परंतु पांच महीने तक धरना चलाकर प्राधिकरण अधिकारियों की नजरों में उच्च स्थान हासिल करने वाले रूपेश वर्मा के लिए यह जोर का झटका साबित हुआ।

मनवीर भाटी ने संकेतों के माध्यम से यह साबित करने का पूरा प्रयास किया कि रूपेश वर्मा ने जो समझौता किया है, वह केवल जुमला है। डैमेज कंट्रोल में जुटे रूपेश वर्मा ने पिछले सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) पर एकदिनी धरना दिया। आज मनवीर भाटी द्वारा धरना आयोजित करने के साथ ही रूपेश वर्मा ने प्राधिकरण पहुंच कर एसीईओ अमनदीप दुली से वार्ता की और लीज बैक समेत अन्य मुद्दों पर शीघ्र ही सकारात्मक परिणाम आने का बयान जारी कर दिया। हालांकि प्राधिकरण से इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया है। उधर वार्ता असफल रहने पर मनवीर भाटी ने धरना दिन रात चलाने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही क्षेत्र के किसान भी दोनों नेताओं के साथ दो फाड़ हो गये हैं। दोनों नेताओं की प्राधिकरण पर वर्चस्व की जंग का परिणाम किसानों की भीड़ से तय होगा।