यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में नगर निगम के द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के सभी पार्षदों को बुलाया गया। बैठक के दौरान हाउस टैक्स बढ़ाने को लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा काटा और इसका विरोध किया।
नगर निगम की बैठक में जमकर हुआ हंगामा
गोरखपुर (Gorakhpur) मे नगर निगम द्वारा हुई बोर्ड बैठक काफी हंगामेदार रही। हंगामे के बीच बोर्ड ने 644 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी। इसके साथ ही पिछले दिनों अतिक्रमण के दौरान हटाए गए मस्जिद के दोबारा निर्माण को मंजूरी दी गई। पार्षदों ने हाउस टैक्स बढ़ाने और नये मकान को दायरे में लाने के लिए जीआईएस सर्वे का विरोध किया। पार्षदों ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों ने हाउस टैक्स का निर्धारण बिना मौके पर गए ही कर दिया है। पूर्व उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा ने जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि सैकड़ों जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र एसडीएम कार्यालय में फंसे हुए हैं। इसके साथ ही पार्षदों ने पथ प्रकाश का मुद्दा उठाया। पार्षदों ने कहा कि पार्षद वरीयता से स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है। चंद दिनों पर अचार संहिता लग जाएगी तो इसका टेंडर कैसे निकलेगा।
महापौर की अध्यक्षा में हुई बैठक
महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 64498.95 लाख रुपये आय तथा 64478.75 लाख रुपये व्यय के बजट को स्वीकृत किया गया। बोर्ड में गोरखनाथ मन्दिर परिसर एवं महानगर में विभिन्न स्थानों पर अलाव के लिए खर्च हुए 28.60 लाख, रायगंज सीवर स्टेशन परिसर में दुकान निर्माण के लिए 27.17 लाख व्यय को भी मंजूरी दी गई। गिरधरगंज में रूदल पासवान के मकान से महादेव झारखण्डी मन्दिर होते हुए पार्वती मोड तक हाटमिक्स प्लान्ट द्वारा सड़क नवीनीकरण तथा पटरी इन्टरलाकिंग कार्य के लिए 28.26 लाख रुपये मंजूर हुए। महानगर के 10 नए वार्डो में पोल, तार, लाईट आदि 9 आइटम का स्टीमेट 64.12 लाख रुपये प्रस्तुत किया गया।