गो फर्स्ट एयरलाइन (GoFirst Airline) ने अगले तीन दिनों के लिए अपनी बुकिंग बंद कर दी है। सीईओ कौशिक खोना (Kaushik Khona) के अनुसार फंड की भारी कमी के कारण 3 और 4 मई को उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित रखा जाएगा। पीएंडडब्ल्यू की ओर से इंजनों की आपूर्ति नहीं किए जाने के कारण गो फर्स्ट (GoFirst Airline) को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण 28 विमानों को खड़ा करना पड़ा है।
वहीं सूत्रों ने बताया है कि, गो फर्स्ट एयरलाइन (GoFirst Airline) की 60 फीसदी से ज्यादा फ्लाइट ग्राउंडेड हो चुकी हैं। इन फ्लाइट्स के ग्राउंडेड हो जाने से कई सारी रूट्स पर एयरलाइन की बुकिंग कैंसिल हो रही है। कहा जा रहा है कि वाडिया के स्वामित्व वाली गो फर्स्ट ने तेल विपणन कंपनियों के बकाये के कारण तीन और चार मई के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं।
‘एयरलाइन ने डेलावेयर संघीय अदालत में अमेरिकी इंजन निर्माता के खिलाफ मुकदमा दायर किया’
इसके साथ ही एयरलाइन ने डेलावेयर संघीय अदालत में अमेरिकी इंजन निर्माता के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। जिसमें एक मध्यस्थ आदेश को लागू करने की मांग की गई है। जिसमें प्रैट एंड व्हिटनी को एयरलाइन को इंजन प्रदान करने के लिए कहा गया है। ऐसा नहीं होने से एयरलाइन के बंद होने का खतरा है। गो फर्स्ट के पक्ष में 30 मार्च को दिए गए मध्यस्थता फैसले में कहा गया था कि यदि आपातकालीन इंजन प्रदान नहीं किए जाते हैं तो एयरलाइन को अपूरणीय क्षति का खतरा है।
इस बीच एक तेल विपणन कंपनी के एक अधिकारी ने कहा है कि, एयरलाइन कैश एंड कैरी मोड पर है। जिसका मतलब है कि उसे रोजाना जितनी उड़ानों का परिचालन करना है, इसके लिए भुगतान करना होगा। यह सहमति बनी है कि यदि भुगतान नहीं किया जाता है तो विक्रेता व्यवसाय बंद कर सकता है। एयरलाइन उद्योग के जानकारों के मुताबिक, गो फर्स्ट के 30 विमान 31 मार्च से खड़े हैं, इनमें नौ ऐसे हैं जिन पर पट्टे का भुगतान बकाया है। वहीं, एयरलाइन की वेबसाइट के अनुसार गो फर्स्ट (GoFirst Airline) के बेड़े में कुल 61 विमान हैं, जिनमें 56 ए320 नियो और पांच ए320सीओ शामिल हैं।