नोएडा पुलिस कमिश्नरेट द्वारा भूमाफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से भी नोएडा के बिल्डर बाज नहीं आ रही है। वह लगातार लोगों को ठग रहे हैं। नोएडा के बिल्डर फ्लैट देने के नाम पर जनता से भारी भरकम रकम तो वसूल रहे हैं, लेकिन जब फ्लैट देने का टाइम आता है तो हाथ खड़े कर देते हैं। नोएडा के आम्रपाली बिल्डर और इनवेस्टर क्लीनिक के निदेशक के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी मुकदमा दर्ज किया गया है। इन दोनों ने फ्लैट देने के नाम पर एक शख्स से 62 लाख रुपये की ठगी की है।
नोएडा की कोतवाली सेक्टर-126 में आम्रपाली बिल्डर के एमडी अनिल शर्मा और इनवेस्टर क्लीनिक के एमडी हनी काल्याल के खिलाफ नामजद एफआईआर हुई है। आपको बता दें कि कविनगर के रहने वाले रिटायर अधिकारी शिव शंकर राठौड़ ने कोर्ट में अर्जी दी थी कि वर्ष 2015 में उसकी मुलाकात इन्वेस्टर क्लीनिक इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हनी कात्याल से हुई थी।
हनी कात्याल ने बताया कि वह रियल एस्टेट का काम करता है और पैसे निवेश कराकर फ्लैट आदि की बुकिंग कराता है। हनी ने रिटायर अफसर को बताया था कि आम्रपाली लेजर वैली प्राइवेट लिमिटेड के एमडी अनिल कुमार शर्मा सेवानिवृत अधिकारियोंं के लिए एक अलग से सोसाइटी ग्रेटर नोएडा में बना रहे हैं, जिसका नाम आम्रपाली आवास योजना रखा गया है। यह ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से पूर्ण रूप से अप्रूव्ड है।
शिकायतकर्ता को बेटी के लिए फ्लैट चाहिए था। इसके बाद उन्हें अपार्टमेंट का मॉडल दिखाते हुए बताया था कि प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत है। तय समय पर अपार्टमेंट पर भौतिक कब्जा दे दिया जाएगा। पीड़ित का आरोप है कि दोनों लोगों ने झांसे में लेकर उनसे वहां पर फ्लैट बुक करवाया। इसके लिए चेक के माध्यम से 62 लाख रुपये का भुगतान किया गया। रकम लेने के बाद अब तक न तो फ्लैट मिला और न ही पैसे वापस किया गया। इस मामले में पीड़ित ने पहले पुलिस से शिकायत की, लेकिन वहां सुनवाई नहीं हुई, तब उन्होंने कोर्ट में अर्जी में दी। अब कोर्ट के आदेश पर कोतवाली सेक्टर-126 में मुकदमा दर्ज किया गया है।