जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों का भी दलबदल का सिलसिला लगातार जारी है। वही कई पार्टियों के नेता अपने पद से भी इस्तीफा देते नजर आ रहे है। अब इसी क्रम में शुक्रवार को राजद को बड़ा झटका लगा, जब राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ अहमद अशफाक करीम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सीमांचल में यह राजद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। राजद सुप्रीमो लालू यादव को भेजे पत्र में अशफाक करीम ने पार्टी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। अहमद अशफाक करीम ने लालू यादव को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि आप जातीय जनगणना करने का दावा करते थे, जिनकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी का नारा देते थे लेकिन आपने मुसलमानों की हकमारी की है।
अशफाक ने अपने पत्र में लिखा कि आपने मुसलमानों को उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी, इसीलिए इस परिस्थिति में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिए संभव नहीं है। अतः मेरे इस त्यागपत्र को स्वीकार करें, मैं आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करता हूं। इससे पहले अशफाक करीम 4 अप्रैल को दिए गए एक इंटरव्यू में इस बात का संकेत दे चुके थे।
इस तरह से राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि अशफाक करीम को न तो इस बार राजद की तरफ से राज्यसभा भेजा गया और न ही उन्हें लोकसभा का टिकट दिया गया है। इसे लेकर वह पार्टी से लगातार नाराज चल रहे थे। लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से संपर्क भी करने की कोशिश की थी लेकिन, किसी सीट पर उनके लिए बात नहीं बन पाई और उन्हें लोकसभा का टिकट भी नहीं दिया गया। ऐसे में उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।