पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का हुआ निधन

परवेज मुशर्रफ सेनाध्यक्ष में रहते हुए तख्तापलट कर पाकिस्तान में मार्शल लॉ का ऐलान किया था।

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Pervez Musharraf passed away

पाकिस्तानी सैन्य तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का आज दुबई में देहांत हो गया है। वो काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। परवेज़ मुशर्रफ को हर्ट संबंधी कई तरह की बीमारियां थी। परवेज मुशर्रफ साल 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे है। इसके अलावा वो आर्मी के प्रमुख भी रह चुके है। बता दें कि, उन्हे अमाइलॉइडोसिस नामक बीमारी थी। जिस कारण उनका इलाज दुबई के अस्पताल में चल रहा था। जहां आज यानि 5 फरवरी को उनका निधन हो गया।

परवेज मुशर्रफ ने ही साल 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बिना बताए इंडिया के खिलाफ कारगिल युद्ध की शुरुआत की थी। उन्होंने सेनाध्यक्ष में रहते हुए तख्तापलट कर पाकिस्तान में मार्शल लॉ का भी ऐलान किया था। मुशर्फ को पाकिस्तान के सबसे भ्रष्ट सैन्य शासकों में काउंट किया जाता है। दावा किया जाता है कि, परवेज मुशर्रफ के कारण ही इंडिया और पाकिस्तान में दुश्मनी और अधिक बढ़ती चली गईं थी।

कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तानी सेना के हेड थे मुशर्रफ

परवेज मुशर्रफ कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तानी सेना के हेड थे। कई पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परवेज़ मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध को लेकर वर्तमान समय के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अंधेरे में रखा था। परवेज़ मुशर्रफ ने नवाज शरीफ को देश से बाहर जाते ही साल 1999 में सैन्य तख्तापलट कर दिया था। उस दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ श्रीलंका दौरे पर गए हुए थे। पहले परवेज़ मुशर्रफ़ ने मॉर्शल लॉ लगाया और बाद में खुद को पाकिस्तान का राष्ट्रपति भी घोषित कर दिया था।

अक्टूबर 1999 में वर्तमान समय के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने परवेज मुशर्रफ को उनके पद से हटाने का प्रयास किया था। जिसके बाद ही परवेज मुशर्रफ ने अपने वफादार जनरलों के साथ नवाज शरीफ का तख्तापलट करने की साजिश रचनी शुरू कर दी थी। जहां 11 सितंबर साल 2001 के अटैक के बाद जब अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया तो पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने इसका समर्थन किया था।