कौशांबी में समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवार ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज और उनके बेटे पुष्पेंद्र सरोज ने चार-चार सेट में पर्चा दाखिल किया।
पार्टी से राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज और उनके बेटे पुष्पेंद्र सरोज ने चार-चार सेट में पर्चा दाखिल किया पर नेता व मा इंद्रजीत सरोज ने इसके पीछे एमपी गुजरात व चंडीगढ़ में सामने आई घटनाओं का डर बताया उनके बेटे पुष्पेंद्र सरोज ने नामांकन के बाद कहा कि वह चुनाव मैदान में क्षेत्र की जनता के सम्मान की लड़ाई लड़ने के लिए है।
पुष्पेंद्र सरोज ने पार्टी समर्थक व प्रस्ताव के साथ आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज ने कहा कि उनका चुनाव जनता लड़ रही है। जैसे-जैसे वह लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। उसे लग रहा है कि इस बार कौशांबी बदलाव की ओर आगे बढ़ रहा है।
प्राथमिकता के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरीके से क्षेत्र के लोगों का अपमान हुआ है। उनकी बात नहीं सुनी गई है। सम्मान और विकास प्राथमिकता है। लंदन में पढ़ाई व क्षेत्र के विकास के सवाल पर खुद के विचार को महात्मा गांधी, अंबेडकर की शिक्षा एवं उद्देश्य के काम को अपने से अलग नहीं बताया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व मंझनपुर विधायक इंद्रजीत सरोज भी नामांकन भरने अपने प्रस्तावक के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनके साथ पार्टी के जिला महासचिव गुलाम हुसैन व सपा नेता शामिल रहे। राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने चार सीट में पर्चा दाखिल किया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए इंद्रजीत सरोज ने कहा कि समाजवादी पार्टी से उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। बीजेपी पर उन्हें यकीन नहीं है। उन्होंने एमपी, गुजरात और चंडीगढ़ की घटनाओं का जिक्र करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। कहा कि किसी भी कीमत पर इस बार भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर जितने नहीं चाहिए। अगर हमारे बेटे का पर्चा खारिज किया गया तो हम चुनाव मैदान में आएंगे और चुनाव जनता के आशीर्वाद से जीतेंगे।