यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) में लड़कियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए सरदार पटेल शोध संस्थान के लोग एक जुट होकर तमाम इलाकों में पहुंचे जहां पर उन्होंने लोगों से अपील की कि वह अपने घर में मौजूद बच्चियों को स्कूल पढ़ने जरूर भेजें।
ज्योतिबा राव फुले को लेकर निकाली गई जागरूक रैली
यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) में सरदार पटेल शोध संस्थान व डॉक्टर अंबेडकर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति के सामूहिक तत्वावधान में ज्योतिबा राव फुले की जयंती पर ग्रामीण क्षेत्रों में शोभा यात्रा निकाली गई।यात्रा के माध्यम से ग्रामीणों को उनकी बेटियों को शिक्षित करने के लिए शिक्षा दिलाने के लिए जागरूक किया गया।गांव गांव घूमी शोभा यात्रा में बाइक और कार से सैकड़ों युवकों ने हिस्सा लिया। तो वही लोगों को जागरूक करने का काम भी किया गया। वहीं लोगों से अपील की गई कि वह अपने बच्चों को स्कूल पढ़ने जरूर भेजें।
संस्थान के अध्यक्ष ने कही अपनी बात
सरदार पटेल शोध संस्थान के अध्यक्ष चंद्रभान सिंह यादव ने कहा कि ज्योतिबा राव फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को महाराष्ट्र के कटगुण में हुआ था और 28 नवम्बर 1890 में 63 वर्ष की आयु में मौत हुई थी।उन्होंने अपने जीवन काल में महिलाओं को शिक्षा का अधिकार प्रदान करने के लिए संघर्ष किया था।बाल विवाह का विरोध किया था और विधवा विवाह का समर्थन किया था।उन्होंने लड़कियों के शिक्षा के लिए पुणे में पहली पाठशाला खोली थी। उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को जब शिक्षा ग्रहण कराने पर समाज के ताने सुनना पड़ा लेकिन उन्होंने इन सब से हटकर महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाया।जिस कारण से आज महिलाओं हर क्षेत्र में शिक्षित होकर नाम कमा रही है।आज महिलाएं मंत्री,विधायक,आईएएस,आइपीएस और प्रधानमंत्री तक बन रही है।उसी के तहत आज शोभा यात्रा बादलपुर,भादवा,आस्ते,रावतपुर,कालूखेड़ा,भरसवा,सहेली सहित अन्य गांवों में जाकर गांव के लोगो को बेटियों को शिक्षित कराने को लेकर जागरूक किया जा रहा है।