उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा (Greater-Noida) में किसानों के प्रदर्शन का मामला काफी गरमा गया है। यहां 40 से ज्यादा किसानों को अरेस्ट कर लिया गया है। इन किसानों ने आज ग्रेटर नोएडा (Greater-Noida) प्राधिकरण गेट पर प्रदर्शन किया था। गेट पर किसानों द्वारा तालाबंदी की गई थी। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक भी हुई थी।
आज प्राधिकरण के बाहर जमकर हड़कम्प मचा हुआ था। 50 गांव के किसान मांगों को लेकर प्राधिकरण गेट पहुंचे थे। किसान लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद किसानों को अरेस्ट कर पुलिस लाइन ले जाया गया और प्राधिकरण के बाहर किसानों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाया गया। पुलिस लाइन के बाहर गिरफ्तार किए गए किसानों और पुलिस के बीच एक बार फिर नोकझोंक भी हुई। जिसके बाद किसानों को काबू करने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग भी किया।
यह है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा (Greater-Noida) प्राधिकरण पर आज किसानों ने जमकर हंगामा मचाया है। अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले चल रहे धरने का आज 43वां दिन है। सैकड़ों की संख्या में किसान प्राधिकरण पर पहुंचे और प्राधिकरण के दोनों गेटों पर तालाबंदी करते हुए वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान 45 गांवों के किसान वहां मौजूद थे।
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी ने बताया कि, पिछले 43 दिनों से हम लोगों का धरना प्राधिकरण पर चल रहा है। प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की किसी भी बात को सुनने को तैयार नहीं है, उसी को लेकर आज हमने घेराबंदी का कार्यक्रम तय किया था। उन्होंने बताया कि, प्राधिकरण को हमारी मांगे 10% आबादी प्लाट, आबादियों के लीज बैक, सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा, रोजगार, 40 मीटर का भूमिहीनों का प्लाट एवं अन्य मुद्दों को सुलझाना होगा।
बृजेश भाटी बताया कि, जिन मुद्दों को लेकर आंदोलन चल रहा है। उन मुद्दों पर नियम कानून समझौते पहले से तय है। प्राधिकरण ने पिछले दो-तीन वर्षों में किसानों के मुद्दों को किसान विरोधी मानसिकता की वजह से खत्म किया है। अब क्षेत्र का नौजवान खड़ा हो गया है। हर कीमत पर किसानों नौजवानों के मुद्दों को हल करा कर ही दम लेंगे।
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