यूपी के इटावा (Etawah) मे डीएम एसएसपी के सामने एक युवक पहुंचा और उसने अधिकारियों को लूट की झूठी सूचना दी। इस मामले को पुलिस ने गंभीरता के साथ लिया तो पता चला कि लूट की सूचना बिल्कुल झूठी है।
लूट की झूठी सूचना देना युवक को पड़ा महंगा
इटावा के सैफई तहसील में समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। इस मौके पर जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा पहुंचे थे। जहां पर फरियादियों की समस्याओं को सुनने का काम किया जा रहा था तभी अचानक से एक युवक अधिकारियों के सामने पहुंच गया। जहां पर उसने बताया कि उसने बैंक से रुपए निकाले और बाद में उसके साथ लूट की घटना हो गई। इस मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को आदेश दिए तो बाद में पता चला की लूट की सूचना देने वाला युवक झूठ बोल रहा है। उसके साथ किसी भी तरीके की लूट की घटना नहीं घटी है। फिर पुलिस ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज देखे तो उसमें साफ तौर पर देखा कि युवक बैंक से रुपए निकाल कर जाता हुआ दिखाई दिया। इस मामले को लेकर पुलिस ने आरोपी से गंभीरता से पूछताछ की तो पता चला कि उसने ही लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी थी।
आरोपी को लेकर एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि सैफई मे समाधान दिवस की मौके मोहित यादव नाम का एक व्यक्ति हमारे सामने आया था जिसने बताया था कि उसने एक बैंक से डेढ़ लाख रुपए निकाले और बाद में उसके साथ लूट की घटना घट गई। हमारी पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया तो पता चला कि उसके पिता ने दो साल पहले किसी से ₹100000 उधार लिए थे जिसको वह नहीं दे पा रहा था और इसी को लेकर उसने लूट की झूठी योजना रची। इस मामले में आरोपी के द्वारा एक नामदर्ज प्रार्थना पत्र भी दिया जब उससे पूछताछ की गई तो उसने इसको गलत बताया और बताया कि वह हमें फसाना चाहता है। इस मामले में जब पुलिस ने आरोपी से गंभीरता से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया।
एसएसपी ने जनता से की अपील
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहां है कि आपकी मदद के लिए इटावा पुलिस हमेशा तैयार रहती है। आपकी मदद के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं इन नंबर पर आप कॉल कर पुलिस को मदद के लिए बुला सकते हैं। लेकिन देखा जाता है कि कुछ लोग झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने का काम करते हैं। लोगों को फसाने का काम करते हैं। ऐसा करना गलत है क्योंकि झूठी सूचना देने पर दूसरे का कैरियर खराब हो जाता है। आप लोगों से अपील करते हैं कि आप सत्य सूचना दें जिसको लेकर पुलिस अच्छे से कार्रवाई कर सके।