यूपी के इटावा (Etawah) में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बनवाए जा रहे केदारेश्वर महादेव मंदिर में लगने वाला शालिग्राम पत्थर मंदिर के स्थान पर पहुंच गया है। शालिग्राम पत्थर के पहुंचने के बाद लोग इस पत्थर का दीदार करने के लिए पहुंच रहे हैं।
10 एकड़ जमीन पर बनकर तैयार हो रहा केदारेश्वर महादेव मंदिर
इटावा (Etawah) में केदारनाथ जैसा एक भव्य मंदिर अखिलेश यादव के द्वारा बनवाया जा रहा है। जिसको लेकर काम तेजी के साथ चल रहा है। इस मंदिर के बारे में बताया गया है कि 10 एकड़ में इस मंदिर को बनाने का काम किया जा रहा है। जब यह मंदिर बनकर तैयार होगा तो अपने में एक भव्य रूप में दिखाई देगा। इस मंदिर में लगने वाले शालिग्राम पत्थर को नेपाल से मंगाया गया है। सबसे पहले यह पत्थर समाजवादी पार्टी के कार्यालय लखनऊ पर पहुंचा था जहां पर अखिलेश यादव ने पूजा अर्चना की थी और उसके बाद इस पत्थर को इटावा के लिए रवाना कर दिया गया था। अभी यह पत्थर इटावा में बंद रहे केदारेश्वर महादेव मंदिर पर पहुंच चुका है। इस पत्थर को देखने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंचने लगे हैं। इस मंदिर की खास बात की जाए तो इसकी ऊंचाई 72 फीट की बताई गई है। यह मंदिर लाइन सफारी के पास में बनाया जा रहा है। इस मंदिर में तीन नदी स्थापित किए गए हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा।
केदारेश्वर महादेव मंदिर को लेकर लोगों में दिख रही खुशी
केदारेश्वर महादेव मंदिर को लेकर लोगों में काफी खुशी दिखाई दे रही है। आसपास के लोगों का कहना है कि हमारे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने जनपद में केदारेश्वर महादेव मंदिर बनवा रहे हैं जिसको लेकर हम उनका धन्यवाद करते हैं। जो लोग उत्तराखंड के केदारनाथ में दर्शन करने के लिए नहीं पहुंच पाए थे वह लोग केदारनाथ मंदिर जैसे केदारेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। हम लोगों को बेसब्री से इंतजार है कि यह मंदिर जल्द से जल्द बनाकर तैयार हो और हम लोग इसमें दर्शन कर सके। वही मंदिर पर राजनीति को लेकर लोगों का कहना है कि कुछ लोग मंदिर पर राजनीति करते हैं ऐसा करना बिल्कुल गलत है भगवान को राजनीति में लाना गलत है क्योंकि भगवान एक कि नहीं सभी के हैं।