रामपुर के मुड़ेसी गांव में हुई बुजुर्ग दंपती की हत्या

बबलू 10 साल से वहां रह रहा था। आए दिन दंपती के पास जाता था।

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Uttar Pradesh

मथुरा के हाईवे थाने के पास स्थित रामपुर मुड़ेसी गांव के एक खेत में स्थापित मंदिर में पास के अमरूद के बाग में रहने वाले एक शराबी किशोर ने सोमवार रात वृद्ध दंपत्ति की हत्या करने का पुलिस ने दावा किया है। रविवार को संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया और जेल भेज दिया गया। हालांकि इस खुलासे को पीड़ित परिवार और मृतक के परिचितों ने कई सवाल खड़े किए हैं।

पुलिस का दावा है कि आरोपी ने अश्लील फिल्म देखने के बाद नशे की हालत में बुजुर्ग से गंदी हरकत की थी। विरोध करने पर उसकी और पति की हत्या की गई। इंस्पेक्टर उमेश चंद्र त्रिपाठी ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि 14 अगस्त की रात रामपुर मुड़ेसी के बुजुर्ग हीरालाल (75) और उनकी पत्नी लीलावती खेत पर बने हनुमान मंदिर में सो रहे थे।

सोते वक्त उनकी हत्या की गई थी। पहले मामला संपत्ति के विवाद का लग रहा था। मगर, छानबीन के दौरान सामने आया कि दंपती के खेत के पास ही बबलू चौधरी निवासी रामपुर, मगोर्रा का आम का बाग है। घटना की रात उसकी फोन लोकेशन भी घटनास्थल के पास ही मिली।

पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लिया गया। बबलू चौधरी ने स्वीकारा कि वह अविवाहित होने के चलते अपने आम के बाग पर बनी कोठरी में अकेला रहता है। परिवार में दो अन्य भाई हैं, उनकी शादी हो चुकी है। अकेला रहने के चलते शराब की लत लग गई। अक्सर बुजुर्ग दंपती के खेत में बैठ कर नशा किया करता था। नशे में होने के बाद बुजुर्ग दंपती को परेशान किया करता था।

14 अगस्त की रात नौ बजे करीब उनके पास शराब पीकर पहुंचा। पैर दबाने के बहाने लीलावती की चारपाई पर बैठ गया। मोबाइल में अश्लील वीडियो देखने के बाद वृद्धा संग गलत हरकत करने लगा, जिसका महिला ने विरोध किया और शिकायत करने की धमकी दी। इस पर ईंट से उनकी हत्या कर दी। आवाज सुनकर पास ही चारपाई पर सो रहे हीरालाल जाग गए। उनके भी सिर पर ईंट से वार कर हत्या कर दी।

सनक मिजाज है बबलू

पुलिस ने दावा किया है कि बबलू सनक मिजाज किस्म का है। उसने खुद ही बताया कि वह बाग में बनी कोठरी में अंधेरे में रहना पसंद करता है। इसलिए वहां बिजली की लाइन नहीं डलवाई। वारदात का उस पर किसी को शक न हो, इसके लिए वह अगले दिन पीड़ित परिवार के पास सांत्वना देने पहुंचा। वहां काफी देर तक रुका था।

इंस्पेक्टर उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पहले मामले में मृतक दंपती के परिवार वालों पर शक जा रहा था। यह एंगल स्पष्ट न होने पर लेनदेन के एंगल पर काम किया गया। मामला लूट या फिर सुनियोजित मर्डर का न होने के चलते आसपास के लोगों पर शक हुआ। तब बबलू की मोबाइल लोकेशन निकलवाई गई, जिससे यह साबित हुआ कि घटना की रात को वह घटनास्थल पर ही मौजूद था।

मृतक दंपती के गांव व परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि बबलू ने छेड़खानी की और फिर हत्या कर दी। बबलू 10 साल से वहां रह रहा था। आए दिन दंपती के पास जाता था। यह बात सही है कि वह नशे में लोगों से झगड़ जाता था। मगर, 72 साल की महिला लीलावती, जिसे वह चाची कहता था। उसके साथ गंदी हरकत की। पुलिस को इस मामले में और छानबीन कर सच्चाई तक जाने की जरूरत है।