वीरांगना फूलन देवी की शहादत दिवस पर एकलव्य सेवा मंडल ने अर्पित की भावपूर्ण श्रंधांजलि

25 जुलाई को पूरे भारत वर्ष में वीरांगना फूलन देवी की पुण्यतिथि को शहादत दिवस के रूप में मानते है।

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Veerangana Phoolan Devi

सूरत: पाल विस्तार में सूरत महानगर पालिका कम्यूनिटी हॉल में एकलव्य सेवा मंडल द्वारा वीरांगना फूलन देवी (Veerangana Phoolan Devi) की शहादत दिवस समारोह आयोजित किया गया, जिसमें समाज के सभी सामाजिक अग्रणी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे। वही कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने वीरांगना फूलन देवी (Veerangana Phoolan Devi) की शहादत दिवस पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वही उनकी वीर गाथाओं पर विस्तृत जानकारी दी गई। आज के दौर में प्रत्येक समाज के लोग अपने पूर्वज को याद करते है ताकि समाज में उनका नाम अमर रहे। वही उपस्थित सभी लोगों ने शहादत दिवस पर एक – एक कर अपने विचार व्यक्त किए। किसी ने गीत गाकर तो किसी ने उनकी वीरता की कहानी सुनाकर अपने विचार व्यक्त किये।

वही वीरांगना फूलन देवी (Veerangana Phoolan Devi) की शहादत दिवस के अवसर पर बालमुकुंद ने समाज को एक बड़ी मिशाल प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि अपने समाज में बड़ी ही कमिया है। जब तक आप लोग इसको दूर नहीं करेंगे, तब तक समाज का विकास नहीं होगा। आप कितना भी अच्छा कार्य करते रहे उससे कोई बदलाव नहीं आएगा। समाज में नई सोच और नई ऊर्जा की जरूरत है।

कार्यक्रम के दौरान संचालक के रूप में डॉक्टर रविंद्र नाविक का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान रहा। नाविक ने कार्यक्रम की बागडोर संभाली और सभी के द्वारा दिए गए शब्दो का वर्गीकरण भी किया। तत्पश्चात उनका स्वागत भी किया। उन्होंने कहा कि समाज में जो भी खामियां है उसको हम लोग दूर करने का पूरा प्रयास करेगे और समाज से यही आग्रह करता हूं कि आने वाले समय में समाज में काफी बदलाव दिखेगा।

फूलन देवी की शहादत दिवस पर मुख्य मेहमान के रूप में उत्तर प्रदेश से डॉक्टर आशा प्रसाद निषाद मौजूद रही। वही मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि समाज में शिक्षा की जरूरत है। मैं समाज के लोगों से कहना चाहती हूं कि आप लोग अपने बच्चों को शिक्षा की ओर आगे बढ़ाए, ताकि समाज में बड़े रैंक के अधिकारी बनें। तब जाकर समाज का नाम रोशन होगा और इस प्रकार से आने वाली पीढ़ी को एक नई दिशा निर्देश मिल पाएगा।