महाठग संजय राय शेरपुरिया (Sanjay Sherpuria) लखनऊ में प्रवर्तन निदेशालय के जोनल मुख्यालय के कुछ अधिकारियों के संपर्क में था। संजय राय शेरपुरियां (Sanjay Sherpuria) गौरव डालमिया पर दर्ज केस को खत्म कराने के लिए एक डिप्टी डायरेक्टर रैंक के ऑफिसर से संपर्क किया था। इसके सुराग मिलने के बाद प्रवर्तन निदेशालय एसटीएफ की टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जांच के दायरे में लखनऊ में तैनात रहे एक असिस्टेंट डायरेक्टर भी हैं।
दरअसल, संजय राय शेरपुरिया (Sanjay Sherpuria) को उद्योगपति गौरव डालमिया से छह करोड़ रुपये लेने के आरोप में अरेस्ट किया गया था। जांच एजेंसियों के अनुसार, गौरव डालमिया ने वेव सिटी में एफडीआई के जरिए 110 करोड़ रुपये निवेश किए थे। इसके बाद लखनऊ के जोनल मुख्यालय में इसका फेमा का केस दर्ज किया गया था।
ईडी एसटीएफ को सुराग मिले हैं कि, ये जांच खत्म कराने के लिए शेरपुरिया ने लखनऊ में तैनात रहे एक डिप्टी डायरेक्टर से भी संपर्क साधा था। इसके जरिए जांच कर रहे असिस्टेंट डायरेक्टर से भी पहचान हुई थी। अब ईडी एसटीएफ के अधिकारी इस मामले की तह तक जाने में जुटे हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों अफसरों की पहचान भी हो चुकी है।
जांच के दायरे में आए डिप्टी डायरेक्टर पहले भी विवादों में घिर चुके हैं। नोएडा में एक नामचीन बिल्डर के ठिकानों पर छापा मारने से पहले सूचना लीक होने से उनसे सवाल-जवाब भी हुआ था। कई अन्य महत्वपूर्ण जांचों में महीनों तक कोई कार्रवाई न करने और भ्रष्टाचार की शिकायतें भी सामने आई थीं। सूत्रों की मानें तो उनके खिलाफ गोपनीय जांच के लिए सीबीआई को सीक्रेट नोट भी भेजा जा चुका है।