दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को एक और समन ईडी ने जारी किया है। अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को ईडी का ये चौथा समन है। इससे पहले दिये नोटिस पर अरविन्द केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। इन्हें केजरीवाल ने गैरकानूनी बताया था। अब चौथा समन जारी कर प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को 18 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है।
आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि दिल्ली का कथित शराब घोटाला फर्जी है। उन्होंने कहा कि अगर प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘वैध’ समन भेजेगा, तो वह उसके साथ सहयोग करेंगे। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल तीसरे समन पर, दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए और उन्होंने समन को ‘अवैध’ और ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया था।
आप नेता जैस्मिन शाह का कहना है कि कथित शराब घोटाले की जांच पिछले दो साल से जारी है, लेकिन अब तक ईडी ने सबूत के तौर पर कुछ बरामद नहीं किया है। तथाकथित शराब घोटाले की जांच फर्जी है। इस मामले में जांच पिछले दो वर्षों से जारी है और ईडी ने 500 से अधिक गवाहों से पूछताछ की है और 1,000 से अधिक छापे मारे हैं, लेकिन अब तक सबूत के तौर पर एक रुपया भी बरामद नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह विपक्षी दलों के ‘I.n.d.i.a.’ गठबंधन के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने और चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इससे पहले भी दो नवंबर, 21 दिसंबर और फिर 3 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए थे। अरविन्द केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए गिरफ्तार करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘मेरे वकीलों ने मुझे बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन गैरकानूनी हैं। भाजपा मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए गिरफ्तार करना चाहती है।’