Prayagraj: मंगलवार को महाकुंभ 2025 (mahakumbh-2025) की तैयारियों को लेकर प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में संगम नगरी में 2025 में लगने वाले महाकुंभ के लिए पांच सौ करोड़ की परियोजनाओं पर और सहमति बनी है। शासन की मंजूरी मिलने के बाद इस-पर भी जल्द कार्य शुरू हो सकेगा। अभी तक प्रदेश सरकार की ओर से बजट में महाकुंभ 2025 (mahakumbh-2025) के लिए ढाई हजार करोड़ रुपए की स्थायी और अस्थाई परियोजनाओं का बजट निर्धारित किया गया है। योगी सरकार अब कुल 3 हजार करोड़ रुपए खर्च कर महाकुंभ को और दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी में है।
24 विभागों द्वारा कामों की समीक्षा
महाकुंभ-2025 (mahakumbh-2025) के मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि दिव्य-महाकुंभ 2025 के लिए विजय और परिकल्पना पर चर्चा की गई। प्रदेश सरकार द्वारा अक्टूबर 2024 में पूरी होने वाली स्थायी परियोजनाओं को सबसे पहले पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सभी 24 विभागों द्वारा किए जा रहे कामों की समीक्षा की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र खुद इसकी समीक्षा कर रहे हैं। ढाई हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर सैद्धांतिक सहमति बना है जिसका बजट भी जारी हो चुका है। आज की बैठक में पांच सौ की अन्य परियोजनाओं पर सैद्धांतिक सहमति बनी है। इनमें महाकुंभ को लेकर बिजली, सीवरेज, स्वच्छता, स्थानीय सड़कों के चौड़ी करण, निर्माण और पर्यटन से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं।
लखनऊ में होनी है बैठक
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में 22 मई को लखनऊ में हुई शीर्ष समिति की बैठक में प्रयागराज विकास प्राधिकरण, स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन विभाग के द्वारा की जाने वाली विकास परियोजनाओं पर चर्चा होगी। 22 मई को होने वाली बैठक में किन-किन बिंदुओं पर चर्चा होनी है उन पर भी मंथन होगा। यूपी में नगर निकाय के चुनाव होने के कारण अभी तक विकास परियोजनाओं का काम रुका हुआ था। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद बजट के आधार पर महाकुंभ की विकास परियोजनाओं के लिए टेंडरिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सोमवार को कमिश्नर विजय विश्वास पंत, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी अरविंद सिंह चौहानआदि अधिकारी बैठक में मौजूद रहेंगे।
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