एमपी के देवास धंधेड़ा में आवारा मवेशियों को नाली का गंदापानी पीने को मजबूर ग्रामपंचायत धंधेड़ा मैं मवेशियों को पानी पिलाने की व्यवस्था नहीं की है। वह ग्रामीण पंचायत को कोस रहे हैं की पीने की पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। पंचायत को इस इस भीषण गर्मी में तापमान गर्मी का 42 डिग्री तक पहुंच चुका है। ऐसे में इस गर्मी में पानी की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं तो कब करेंगे इसका जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत धंधेड़ा में दिखाईदे रहा है, जो आवारा मवेशी है। वह नाली का गंदापानी पीने को मजबूर हो रहे हैं।
पीएचई विभाग ने पानी चालू करके दिखा दिया लेकिन पंचायत अपनी लापरवाही दिखा रहा है। सरपंच सचिव अपनी मन मर्जी में मस्त दिखाई दे रहे हैं। कोई किसी की नहीं सुन रहे सिर्फ अपना काम दिखाकर पेमेंट कर रहे है। वह भी सरपंच अपने गांव में विकास कर रहे हैं। जहां पर पंचायत बनी है उसे गांव का वह भी नहीं चाहता है कि विकास हमारे गांव में होना चाहिए इस गांव की नालिया व कांक्रीट उखड़ चुके हैं। फिर भी इस गांव का विकास नहीं हो रहा है। इस गांव के रह वासी अपनी समस्या के लिए दर-दर भटक रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या पानी की है। वह भी अभी तक पीएच विभाग ने अभी तक पूरी नहीं की है। सिर्फ नाममात्र की व्यवस्था करके छोड़ दी है। पानी के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए पर व्यवस्था नहीं हो पा रही हैं।