चारधाम यात्रा करने पहुंचे चार श्रद्धालुओं की मौत

10 मई को चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से 72 घंटों में, हृदय संबंधी जटिलताओं के कारण चार लोगों की मौत हो गई है।

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उत्तराखंड की चारधाम यात्रा प्रांरभ हो चुकी है। हर दिन यहां हजारों की संख्या में लोग चार धाम के दर्शन करने आ रहे हैं। 10 मई को चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से 72 घंटों में, हृदय संबंधी जटिलताओं के कारण चार लोगों की मौत हो गई है। रविवार को गुजरात की 75 साल की लक्ष्मी देवी की जान चली गई। उन्हें अन्य गंभीर बीमारियां और सांस लेने में समस्या थीं। बद्रीनाथ के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, ”महिला को एक होटल से मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था, जहां उसका परिवार रुका हुआ था।”

एमपी की 62 वर्षीय सम्पति बाई का शनिवार को हृदय संबंधी जटिलताओं के कारण यमुनोत्री में निधन हो गया। अधिकारियों ने कहा कि सम्पति मंदिर जा रही थी, जब वह मंदिर से कुछ किलोमीटर दूर स्थित जानकीचट्टी गांव के पास बेहोश हो गई। उसके परिवार वाले उसे स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले शुक्रवार को दो तीर्थयात्रियों का हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। मृतकों में यूपी की विमला देवी (69) और एमपी के रामगोपाल (71) शामिल हैं। उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा, “सभी तीर्थयात्रियों की मौत हृदय संबंधी समस्याओं के कारण हुई।”

मौसम विभाग ने 13 मई तक उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने राज्य में यलो के बाद ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 11 मई से 13 मई तक प्रदेश में बारिश रहेगी। बिक्रम सिंह ने कहा कि 13 मई को कुछ जगहों में भारी बारिश की भी संभावना है। इसके अलावा चार धाम में आने वाले यात्रियों को भी सलाह दी गई है कि बारिश के दौरान यात्रा न करें, जब बारिश थम जाएं तभी यात्रा शुरू करें।

उत्तराखंड पुलिस ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वो युमनोत्री धाम की यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दें। उत्तराखंड पुलिस के अनुसार युमनोत्री में क्षमता के अनुसार श्रद्धालु पहुंच गए हैं। ऐसे में जो श्रद्धालु आने वाले हैं वो फिलहाल के लिए यात्रा स्थगित कर दें।