Cyclone Biparjoy: कितने बजे गुजरात से टकराएगा बिपरजॉय

चक्रवात 'बिपरजॉय' बृहस्पतिवार शाम को 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचेगा।

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Cyclone Biparjoy

Cyclone Biparjoy: गुजरात के कच्छ जिले में बृहस्पतिवार को जखाऊ बंदरगाह के पास चक्रवात ‘बिपरजॉय’ (Cyclone Biparjoy) की संभावित दस्तक से पहले राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव एवं राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है।

बिपरजॉय शाम 4 से 5 बजे के बीच गुजरात से टकराएगा

गुजरात के कच्छ जिले के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा, ‘पूर्वानुमान के मुताबिक आज शाम 4 से 5 बजे के बीच बिपरजॉय लैंडफॉल करेगा। जिला प्रशासन इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। 47000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 6 एनडीआरएफ, 3 आरपीएफ और 2 एसडीआरएफ की टीम लगाई गई है। आर्मी को स्टैंड बाय पर रखा गया है।

चक्रवात ‘बिपरजॉय’ (Cyclone Biparjoy) ने मॉनसून की प्रगति में मदद की

केरल में शुरुआती देरी के बाद दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून रविवार से दक्षिणी प्रायद्वीप और देश के पूर्वी हिस्सों में आगे बढ़ने वाला है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात ‘बिपरजॉय’ का मॉनसून के आगे बढ़ने और मौसमी वर्षा प्रणाली की प्रगति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

चक्रवात बिपरजॉय से जहाज निर्माण को हो सकता है बड़ा नुकसान

गुजरात तट पर स्थित मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माता इस बात से चिंतित हैं कि चक्रवात से उनके उद्योग को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि तट पर निर्माणाधीन जहाजों को सुरक्षा के लिए आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता। पोत निर्माण से संबंधित एक कार्यशाला की देखरेख करने वाले अब्दुल्ला यूसुफ माधवानी ने कहा, ‘एक जहाज को बनाने में लगभग दो साल लगते है। एक जहाज के निर्माण में लगभग 50 से 70 लाख रुपये का खर्च आता है। हमें डर है कि चक्रवात उन जहाजों को नष्ट कर देगा जो निर्माण के विभिन्न चरणों में है।

हर हालात से निपटने के लिए तैयार है सेना

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।

गुजरात के जखाऊ बंदरगाह और सिंध के केटी से टकराएगा तूफान

‘बिपरजॉय’ के उत्तरपूर्व दिशा की ओर अपनी गति जारी रखते हुए और 15 जून की शाम तक एक अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान के रूप में 145 किमी प्रति घंटे के वायु झोकों एवं 120-130 किमी प्रति घंटे की निरन्तर तेज हवा के साथ सौराष्ट्र-कच्छ, माण्डवी (गुजरात), जखाऊ बंदरगाह और पाकिस्तान के सिंध के पास केटी बंदरगाह एवं कराची (पाकिस्तान) के पास पार करने की संभावना है।

चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ जखाऊ बंदरगाह से 200 किमी दूर है

अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ पूर्वोत्तर अरब सागर पर पिछले 6 घंटों के दौरान प्रायः उत्तरपूर्व दिशा मे 5 किमीप्रति घंटे की गति से 15 जून को भारतीय समयानुसार 2.30 बजे, पूर्वोत्तर अरब सागर पर लगभग 22.3°N अक्षांश और 66.9°E देशांतर के पास, जखाऊ बंदरगाह से 200 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम, देवभूमि द्वारका से 220 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, नलिया से 220 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम, पोरबंदर से 290 किमी पश्चिम-उत्तरपश्चिम और कराची (पाकिस्तान) से 290 किमी दक्षिण- दक्षिणपश्चिम में स्थित था।

चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के कारण 76 ट्रेनें रद्द की गईं

पश्चिम रेलवे ने चक्रवात ‘बिपरजॉय’ (Cyclone Biparjoy)के बृहस्पतिवार की शाम गुजरात में टकराने के अनुमान की पृष्ठभूमि में एहतियात के तौर पर 70 से अधिक रेलगाड़ियों की सेवा गंतव्य से पहले समाप्त करने का फैसला लिया है। पश्चिम रेलवे ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के अनुमान के बाद यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 76 ट्रेन रद्द की गई हैं, 36 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया जाएगा, जबकि 31 ट्रेन को उनके तय स्टेशन के बजाय दूसरे स्टेशन से चलाया जाएगा।

बिपरजॉय का असर, सौराष्ट्र और कच्छ जिले के 54 तालुक में बरसा पानी

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बुधवार शाम छह बजे तक 12 घंटे में, सौराष्ट्र क्षेत्रों के जिलों के 65 तालुकों में बारिश हुई। एसईओसी के अनुसार, बुधवार सुबह समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में सौराष्ट्र और कच्छ जिले के 54 तालुक में 10 मिलीमीटर से ज्यादा पानी बरसा। इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में सबसे अधिक 121 मिमी बारिश हुई, इसके बाद द्वारका (92 मिमी) और कल्याणपुर (70 मिमी) में बारिश हुई।

द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर आज बंद

एक अन्य विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुजरात के दो सबसे प्रसिद्ध मंदिर देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर- बृहस्पतिवार को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे।

74 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह ले जाया गया

गुजरात सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार, अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को, जबकि जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर में सक्रिय चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ, सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई। मई 2021 में ‘ताउते’ चक्रवात के बाद दो साल के भीतर राज्य में आने वाला यह दूसरा चक्रवात होगा।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात ‘बिपरजॉय’ बृहस्पतिवार शाम को ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचेगा और इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बुधवार रात गांधीनगर में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) पहुंचे और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर समग्र स्थिति व प्रशासन द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की समीक्षा की।

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