अंधारवड के आखरी भगोरिये में उमड़ा जन सैलाब

काग्रेस ने 100 ढोल से अधिक के साथ निकाली यात्रा

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Bhagoriya

झाबुआ: आज पभगोरिया हाट के अंतिम दिन आदिवासी समाज का भगोरिया (Bhagoriya) हाट के लिए हुजूम उमड़ा। भगोरिया हाट के सात दिनों के पर्व का यह अंतिम आखरी दिन था। आखरी भगोरिया था, तो लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा भगोरिया हाट में। होली पर्व के सात दिन पहले भगोरिया हाट की शुरुआत होती है। जिसमे आदिवासी समाज पारंपारिक संस्कृति में नजर आता हे ।

आज अंधारवड भगोरिया (Bhagoriya) हाट में लोग आदिवासी पारंपरिक पहनावे में नजर आए। अंधारवड भगोरिया हाट को लेकर सुबह आठ बजे से लोगो मे काफी उत्साह नजर आया। आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग बस, गाड़ी तो अपने निजी दो पहिया वाहन से भगोरिया हाट में पहुंच चुके थे। भगोरिया हाट में युवक युवतियां सज धज कर पहुंचे । एक ही ड्रेस में महिलाओं के कई समूह भगोरिया हाट देखने पहुंची ।

झूले चकरी का लिया आनंद

भगोरिया (Bhagoriya) हाट में लोगो ने झूले चकरी का काफी आनंद लिया। अंधारवड भगोरिया हाट में झूले चकरी में बैठने के लिए काफी भीड़ उमड़ी। वही एक दो नहीं छोटे बड़े सभी झूले चकरी मिलकर कई झूले चकरी लगे, जोकि अंधारवड में लगे भगोरिया से ग्राम झाझरवा सीमा तक चले गए थे। भगोरिया देखने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ी। इतने झूले चकरी के बावजूद काफी भीड़ के चलते लोगों को झूले चकरी के आनंद के लिए काफी देर इंतजार करना पड़ा।

आखरी हाट में जमकर हुई खरीदारी

भगेरिया हाट में उमड़ी भीड़ में आदिवासी पारंपरिक तौर पर भगोरिया हाट में हजारों की संख्या में व्यवापारियो की बिक्री हुई। होली के पहले भगेरिया हाट में आदिवासी समाज जमकर खरीदारी करता है। वही यह आखरी भगोरिया था तो जाहीर है कि आदिवासी समाज का हुजूम तो उमड़ना ही था। होली की तैयारियों में गुड, काछली, खजूर, गजक, पेड़े जैसी कई जरूरत की वस्तुओं की खरीदारी लोगो ने जमकर की। वही भगोरिया हाट में भाबरा, राणापुर, उड़ेगढ व कई ग्रामीण क्षेत्रो से लोगो ने आकर व्यवसाय किया। भगोरिया हाट में नाश्ते को लेकर एक से एक होटल थे। कई दुकानों पर पान की सजावट की गई थी। खजूर गुड से लेकर जीवन उपयोगी सभी वस्तुओं की दुकानें सजाई हुई थी। वही खेल खिलोने बच्चो की सामग्री के साथ ही मनोरंजन के भी कई संसाधन उपलब्ध थे ।

ढोल पर थिरकते नजर आए आदिवासी

भगेरिया हाट में आदिवासी पारंपरिक नाच करते हुए व ढोल पर थिरकते नजर आए। आदिवासी समाज के लोग अपने-अपने गाँव से ढोल लेकर अंधारवड पहुँचे जहाँ काग्रेस नेताओ ने मिलकर अंधारवड भगोरिया हाट में काफी अलग अंदाज में गैर निकाली। यहाँ कांग्रेस से झाबुआ जिले के हर नेता मौजूद थे। वही कांतिलाल भूरिया, विक्रांत भूरिया, विजय भाबोर, मथियास भुरिया तो समस्त कांग्रेस नेता व कार्यक्रता गण काफी उत्साहित नजर आएं। आदिवासी ढोल पर अपनी संस्कृति पारंपारिक पोशाक हाथो में तीर कामठी ढोल पर थाप जमाते हुए नाचते थिरकते हुए अंधारवड भगोरिया हाट में कांग्रेश ने निकाली गैर यात्रा। अंधारवड से कांग्रेस सरपंच रतनसिंह वाखला के साथ उनके कई सारे समर्थक व ग्रामीण वासी मौजूद रहे। वही सरपंच रतनसिंह वाखला ने सभी पधारे हुए कांग्रेस नेताओ का स्वागत किया व भगोरिया होली पर्व की बधाइयां दी।