असम: महाशिवरात्रि (Maha shivaratri) से पहले असम सरकार ने एक विज्ञापन निकाला है जिसमें यह दावा किया गया है कि, भारत का छठा ज्योतिर्लिंग (sixth Jyotirling) असम के कामरूप जिले के डाकिनी पहाड़ी पर स्थित है। असम सरकार के इस दावे की महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टियां जमकर आलोचना कर रही हैं। दरअसल माना जाता है कि, छठा ज्योतिर्लिंग (sixth Jyotirling) महाराष्ट्र में पुणे के पास भीमाशंकर (Bhimashankar) में स्थित है।
हजारों वर्षों से छठा ज्योतिर्लिंग हमारे यहाँ है: रोहित पवार
महाराष्ट्र कांग्रेस ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा है कि, भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र से भागवान शिव को छीनना चाहती है। वहीं अब इस विवाद एनसीपी विधायक रोहित पवार का ने कहा कि, हजारों वर्षों से छठा ज्योतिर्लिंग (sixth Jyotirling) हमारे यहाँ है, ये सभी जानते हैं। असम में चुनाव है इसलिए वो हमारे ज्योतिर्लिंग पर दावा कर रहे हैं। हम इसका विरोध करते हैं। असम के सीएम ऐसा दावा कर क्या साबित करना चाहते हैं? किसी और मुद्दे पर सियासत करो। बगावत के बाद एकनाथ शिंदे का बहुत अच्छा ख्याल असम के सीएम ने रखा था।
राम मंदिर का मुद्दा खत्म हो रहा है इसलिए नया मुद्दा उठा रहें है: भाई जगताप
कांग्रेस के विधायक भाई जगताप (Bhai Jagtap) ने कहा कि, इन्होंने (बीजेपी) पहले भगवान राम के नाम पर सियासत की और अब ज्योतिर्लिंग पर सियासत कर रहें हैं। महाराष्ट्र में हजारों वर्षो से ज्योतिर्लिंग है। भाई जगताप ने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा खत्म हो रहा है इसलिए नया मुद्दा उठा रहें है। अपने फायदे लिए भगवान शिव के नाम का इस्तमाल मत करो। सीएम शिंदे और असम के सीएम दोनों अच्छे दोस्त हैं, इसलिए दोनों का चाहिए कि साथ बैठकर, बातचीत के जरिए इस विवाद को खत्म करें।