इण्डिया में अधिकतर लोगों की चाय के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती है। दूध वाली चाय देश में काफी पॉपुलर है। वही चाय की लत इस कदर होती है कि अगर ये न मिले तो लोगों को सिर में दर्द तक होने लगता है। इसी कारण इसे काफी पॉपुलर ड्रिंक तक माना जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि चाय की वजह के कुछ मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम भी हो सकती हैं। एक रिसर्च सामने आयी है जिसके मुताबिक चाय की वजह से ड्रिपेशन या स्ट्रेस बढ़ सकता है। तो आईये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
एक सर्वे में पाया गया कि मिल्क टी की लत ही नहीं इसकी वजह से डिप्रेशन या एंग्जायटी का खतरा भी बना रहता है। एक अध्यन में भी पाया गया कि दूध वाली चाय के पीने का एक कारण अकेलापन भी है। इसके अलावा चाय में डाली गई शुगर भी स्ट्रेस या डिप्रेशन को बढ़ाती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि लोग चाय को इमोशन कंट्रोल वाले चीज के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी लत उन्हें सोशल मीडिया या ड्रग्स के जितना नुकसान पहुंचा सकती है। इस तरह की चाय की लत लगने के बाद कुछ लक्षण नजर आते हैं। जिसमें चाय को न छोड़ पाना और हर समय चाय पीने का मन करना शामिल है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि चाय में मौजूद कैफीन से दूसरी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। कैफीन की वजह से बॉडी में पानी की कमी हो सकती है। ऐसे में आप कब्ज का शिकार बन सकते हैं। इतना ही नहीं इसे पीने से नींद न आने की दिक्कत भी हो सकती है। स्लिपिंग डिसऑर्डर यानी अनिद्रा के कारण भी स्ट्रेस या डिप्रेशन बढ़ता है।
चाय की आदत को इस प्रकार छोड़ा जा सकता
चाय की आदत को छोड़ने के लिए आप इसकी जगह दूसरी ड्रिंक्स को या पानी पीना शुरू कर सकते हैं। आप नींबू पानी जैसी ड्रिंक्स को ट्राई कर सकते हैं। इसके अलावा जब भी छाय पिने का मन हो उस दौरान एक गिलास पानी पी लें। चाय को एक दम से छोड़ना संभव नहीं है लेकिन धीरे-धीरे इससे दूरी बनाने का तरीका कारगर साबित हो सकता है।