कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर कसा तंज

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासियों की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि , खंडवा में किसान और आदिवासी भाई सबसे ज्यादा परेशान हैं।

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मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाला हैं। वही राजनीतिक गलियों का माहौल भी खूब गरमाया हुआ है। जहाँ पक्ष -विपक्ष एक -दूसरे पर निशाना साधते हुए नज़र आ रहे है। वही इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि, उनकी झूठ की मशीन डबल स्पीड से चल रही है, उनका पाप का घड़ा भर चुका है।

आज हरसूद विकास की दौड़ में पिछड़ गया: कमलनाथ

कमलनाथ खंडवा के हरसूद पहुंचे है। जहाँ पर ने उन्होंने कहा कि, “हरसूद कभी विकास का प्रतीक और व्यापार का केंद्र हुआ करता था, लेकिन आज आदिवासी पलायन की राजधानी बनकर रह गया है। भ्रष्टाचार की राजधानी बनकर रह गया। कुपोषण की राजधानी बन गया है। अवैध उत्खनन की राजधानी बनकर रह गया है। आज से 40 साल पहले मैं छिंदवाड़ा से सुना करता था कि हरसूद बहुत उन्नत जगहों में से एक है, लेकिन आज हरसूद विकास की दौड़ में पिछड़ गया।”

शिवराज की झूठ की मशीन डबल स्पीड से चल रही है: कमलनाथ

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासियों की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि , “खंडवा में किसान और आदिवासी भाई सबसे ज्यादा परेशान हैं। बड़ी संख्या में आदिवासियों को पट्टे आवंटित नहीं हुए और जिन्हें मिले भी हैं वे पट्टों का हस्तांतरण नहीं करवा पा रहे।” वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, “आखिरी पांच महीनों में शिवराज की झूठ की मशीन डबल स्पीड से चल रही है, सोच रहे हैं घोषणाएं करने से इनके पाप धुल जाएंगे, लेकिन पाप का घड़ा भर चुका है।”

भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को चाट गया: कमलनाथ

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने आगे कहा कि, “यहां हमारे लोगों पर जुल्म और ज्यादती की गई। झूठे केस लगाए गए। यह दबाव की राजनीति अब ज्यादा दिन नहीं चलेगी। मैं कह देना चाहता हूं कि कल के बाद परसों भी आता है। 18 सालों से शिवराज की 22 हजार घोषणाएं अधूरी हैं। भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को चाट गया। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कानून व्यवस्था हर क्षेत्र में प्रदेश को खोखला करने का कार्य किया गया है।”

वही राज्य की आर्थिक स्थिति का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा कि, “प्रदेश को कर्ज के बोझ तले दबा दिया गया है। तीन लाख 30 हजार करोड रुपए का कर्ज है। ब्याज भरने के लिए फिर कर्ज लेना पड़ रहा है। इस पैसे का उपयोग हरसूद के विकास के लिए नहीं हुआ बल्कि बड़े-बड़े ठेके दिए गए और जमकर कमीशन खोरी की गई।”