कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनो कई मुश्किलों से घिरे हुए नजर आ रहे है। जहाँ हालही में लंदन में दिए गए अपने बयान को लेकर विपक्षी पार्टियों के निशाने पर बने हुए थे। अब फिर से वो विपक्ष के निशाने पर आ गए है।
गुरुवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को साल 2019 में दिए गए अपनी एक टिपण्णी को लेकर दो साल की सजा सुनाई गई है। वही, अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद कांग्रेस ने आज विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई है। यह मीटिंग सुबह दस बजे शुरू होने की संभावना है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 2019 के मामले में मानहानि का दोषी पाया गया था। जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सरनेम’ पर विवादित टिप्पणी की थी। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अदालत से सजा मिलने के तुरंत बाद जमानत दे दी गई थी। उन्हें निर्णय के खिलाफ निवेदन करने के लिए तीस दिनों तक उनकी सजा को निलंबित कर दिया गया था। इस बीच ये भी आशंका जताई जा रही है कि अदालत से दो वर्ष की सजा मिलने के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता जा सकती है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राहुल गांधी को सजा मिलने के बाद कहा कि, “यह केवल कानूनी मुद्दा नहीं है, यह एक बहुत गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है, जो हमारे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा है। यह मोदी सरकार की बदले की राजनीति, धमकी की राजनीति, डराने-धमकाने की राजनीति का एक बड़ा उदाहरण है।”
जयराम रमेश ने आगे बताया है कि, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक करीब दो घंटे तक चली और यह फैसला किया गया कि पार्टी प्रमुख शाम को सभी प्रदेश कांग्रेस प्रमुखों और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे और देशभर में आंदोलन की योजना बनाएंगे।
पार्टी ने कहा कि उसने अपना पक्ष रखने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से वक्त मांगा है। आगामी सोमवार से प्रमुख विपक्षी दल इस मामले को लेकर दिल्ली और अन्य राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।