बिहार महागठबंधन में कांग्रेस ने चला बड़ा दांव, कीर्ति आजाद थामेंगे कांग्रेस का ‘हाथ’?

अखिलेश प्रसाद दरभंगा के पूर्व सांसद और टीएमसी नेता कीर्ति आजाद के आवास पर मुलाकात कर उन्हें कांग्रेस में आने का निमंत्रण दे दिया है।

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Bihar: राजनीतिक गलियों में इन दिनों खूब खींचातानी मची हुई है। जहाँ एक नेता दूसरे पार्टी में शामिल हो रहे है। अब इसी बीच बिहार महागठबंधन में जारी घमासाना की खबरों के मध्य कांग्रेस (Congress) ने बड़ा दाव रच दिया है। दरअसल, बिहार कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह (Akhilesh Prasad Singh) रविवार को एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने दरभंगा पहुंचे है।

जहां उन्होंने दरभंगा के पूर्व सांसद और टीएमसी नेता कीर्ति आजाद (Kirti Azad) के आवास पर मुलाकात कर उन्हें कांग्रेस (Congress) में आने का निमंत्रण दे दिया। इसके बाद से बिहार की राजनीति गलियारों में गर्माहट बढ़ गयी। वहीं, कीर्ति आजाद (Kirti Azad) ने कहा कि हम तो पुराने कांग्रेसी रहे हैं।

हम चाहते हैं कि कीर्ति आजाद कांग्रेस में आए: अखिलेश प्रसाद

पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि कीर्ति आजाद हमारे पुराने मित्र हैं। हम इन्हें न्योता देने आए हैं कि आप फिर से कांग्रेस में आइये और बिहार में कांग्रेस को जिंदा कर काम कीजिए। इनके पिता भागवत झा आजाद बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। ये लोग तो हमसे ज्यादा पुराने कांग्रेसी हैं। ये लोग बिहार में कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं। इनलोगों का कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार से पुराना संबंध रहा है। हम चाहते हैं कि कीर्ति आजाद कांग्रेस में आए। मिलजुल कर काम किया जाएगा।

मैं एक बार फिर कांग्रेस में वापस लौटूं और चुनाव लडू: कीर्ति आजाद

वही कीर्ति आजाद ने कहा कि हम तो शुरू से कांग्रेसी रहे हैं। हमारी पृष्ठभूमि ही कांग्रेस की रही है। मेरे पिताजी मुख्यमंत्री रहे हैं। हम क्रिकेट भी खेले या जीवन में कुछ भी किया वो कांग्रेस के समय में ही किया। वो तो परिस्थिति कुछ ऐसी हुई कि मुझे बीजेपी में जाना पड़ा। फिर तो बीच में कांग्रेस आ ही गए थे। अभी भी देखिए तो हम कांग्रेस में ही हैं। बस उसका नाम तृणमूल कांग्रेस है। उन्होंने कहा कि अखिलेश सिंह का बड़प्पन है, मैं उनको धन्यवाद करता हूं की उन्होंने मुझे कांग्रेस में आने के लिए कहा। इसके लिए हमने उनका आभार प्रकट किया कि वो मुझे इस काबिल समझे कि मैं एक बार फिर कांग्रेस में वापस लौटूं और चुनाव लडू।