गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज का श्री गणेश करते हुए, देश के प्रधानमंत्री ने इसे “भारत में पर्यटन का एक नया युग” करार दिया, लेकिन कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे “गंदा” करार दिया है|
ट्विटर पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि, “यह सेवा भारत के राष्ट्रीय जलीय स्तनपायी को भी खतरे में डाल देगी| अमीरों को छोड़कर कौन प्रति रात 50 लाख रुपये खर्च कर सकता है? गंगा अभी भी न तो निर्मल है और न ही अविरल| अब यह तमाशा भारत के राष्ट्रीय जलीय स्तनपायी – गंगा डॉल्फिन को भी खतरे में डाल देगा|”
दुनियाँ की सबसे लम्बी क्रूज
हालांकि, बाद में उन्होंने अपने ट्वीट को सही किया जिसमें क्रूज के प्रति रात्रि शुल्क गलत लिखा गया था| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी से गंगा नदी क्रूज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया|
51-दिवसीय क्रूज, जिसे दुनिया की सबसे लंबी नदी क्रूज के रूप में पेश किया जा रहा है| उसके 1 मार्च को असम के डिब्रूगढ़ में अपने अंतिम गंतव्य तक पहुंचने की सम्भावना है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस क्रूज को वर्चुअली हरी झंडी दिखाते हुए कहा, “गंगा नदी पर दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज सेवा की शुरुआत एक ऐतिहासिक क्षण है| यह भारत में पर्यटन के एक नए युग की शुरुआत करेगा|”
कई नदियों और राज्यों को पार करते हुए डिब्रूगढ़ पहुंचेगा
क्रूज जहाज, एमवी गंगा विलास, वाराणसी से रवाना होने पर 51 दिनों में 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा| जो कि डिब्रूगढ़ में अपनी यात्रा समाप्त करने से पहले 27 नदी और कई राज्यों को पार करेगा| जिसके जरिए राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों, और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों की सैर कर सकेंगे|
इस गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) में सभी लक्जरी सुविधाओं से युक्त तीन डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं| इस क्रूज की पहली यात्रा पर स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक रवाना हुए हैं|