कॉमेडियन श्याम रंगीला का नामांकन हुआ खारिज

श्याम रंगीला (Shyam Rangeela) ने ट्विटर पर एक ट्वीट के जरिये नामांकन रद्द होने की जानकारी दी। नामांकन पत्र में त्रुटि की वजह से उनका पर्चा खारिज किया गया।

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कॉमेडियन श्याम रंगीला (Comedian Shyam Rangeela) का नामांकन खारिज हो गया है। उन्होंने वाराणसी से पर्चा भरा था। जांच के बाद श्याम रंगीला का पर्चा खारिज हो गया। कॉमेडियन श्याम रंगीला (Comedian Shyam Rangeela) ने ट्विटर पर एक ट्वीट के जरिये नामांकन रद्द होने की जानकारी दी। नामांकन पत्र में त्रुटि की वजह से उनका पर्चा खारिज किया गया।

नामांकन रद्द होने के बाद उन्होंने कहा कि ‘वाराणसी से नहीं लड़ने देंगे यह तय था, अब साफ हो गया। दिल जरूर टूट गया है, हौंसला नहीं टूटा है। आप सबके सहयोग के लिए शुक्रिया। मीडिया और शुभचिंतकों से निवेदन है कृपया अभी कॉल ना करें, जो भी सूचना होगी यहां देता रहूंगा, शायद अब थोड़ी देर बातचीत करने की इच्छा नहीं है।’

सुबह लाइन में लगे, शाम 5 बजे तक बारी आई: श्याम रंगीला

श्याम रंगीला ने नामांकन रद्द होने पर कहा, ‘मुझ जैसे कई लोग पहली बार जो चुनाव लड़ रहे थे, उन्हें नहीं पता होता। ऐसे में यह काम निर्वाचनअधिकारियों का होना चाहिए कि वो हमें बताएं कि कौन-कौन से दस्तावेज लगाने हैं। अधिकारियों ने कुछ नहीं कहा, सिर्फ चार रसीदें ली, डिपॉजिट रसीद दी और हमें बाहर भेज दिया। बाहर आने के बाद हमें लगा कि हमारा नामांकन हो गया है। जब मैंने अपने वकील को दिखाया तो उन्होंने थोड़ी चिंता जरूर जाहिर की थी लेकिन उसमें समय लिखा हुआ था कि 14 मई को 11 बजे तक संशोधन जमा कर सकते हैं। हम भागकर रात में आए लेकिन कोई मदद नहीं मिली। सुबह लाइन में लगे, शाम 5 बजे तक बारी आई।’

हम नेता नहीं थे बल्कि आम आदमी थे:श्याम रंगीला

कॉमेडियन श्याम रंगीला (Comedian Shyam Rangeela) ने कहा, ‘अजय राय 13 मई को हमारे सामने 5 मिनट में नामांकन दाखिल करके चले गए थे। हम नेता नहीं थे बल्कि आम आदमी थे और संघर्ष करने के लिए निकले थे। इंदौर, सूरत में जो कुछ हुआ, वह हमें गलत लगा, इसलिए वाराणसी से संदेश देने के लिए हमने चुनाव लड़ने की ठानी थी। हमारा संदेश इतना मजबूत जाएगा, इसका हमें अंदाजा नहीं था।’

श्याम रंगीला ने अपने एक वीडियो में कहा, ‘कल जब मैं बनारस आया था तो बहुत खुशी थी। लोकतंत्र पर भरोसा था। मुझे लगा कि मेरा नामांकन बहुत अच्छे से हो गया है। 24 घंटे में ही खेल हो गया। आज मेरा नॉमिनेशन रिजेक्ट कर दिया गया है। आज डीएम ने बताया कि मेरे दस्तावेज में कुछ कमी है। मैंने वो शपथ नहीं ली है। हमारे साथ अधिवक्ताओं को नहीं भेजा गया। सिर्फ अकेले को बुलाया तीन बजे के बाद। मैं वहां पर गया भी था। अब उन्होंने कारण बताया है कि मैंने शपथ नहीं ली। मुझे रोना आ रहा है लेकिन रोना नहीं चाहता हूं।’