तृणमूल कांग्रेस (TMC) शासित पश्चिम बंगाल में सियासत गरमाई हुई है। दरअसल पश्चिम बंगाल राजनीतिक दलों के लिए अखाड़ा बन चुका है। भाजपा और टीएमसी के बीच महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इस खबर में जानिए कि आखिर संदेशखाली इस वक्त अशांत क्यों है और पूरा मामला क्या है।
संदेशखाली मामले पर बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ भाजपा ने हल्ला बोल कर दिया है। भाजपा विधायकों विधायकों ने गुरुवार को विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। बता दें कि सत्तारूढ़ टीएमसी नेताओं द्वारा स्थानीय लोगों पर कथित अत्याचार करने के आरोपों के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है । भाजपा के मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान की मांग की है। स्पीकर बिमान बंदोपाध्याय ने उनसे व्यवस्था बनाए रखने को कहा। इसके बाद बीजेपी विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वॉकआउट कर दिया।
जाने क्या हैं मामला?
पंश्चिम बंगाल के संदेशखाली गांव की महिलाओं ने टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। महिलाएं लगातार नेता और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा लगातार ममता सरकार पर निशाना साध रही है।
इस मामले के ताजा अपडेट्स
- संदेशखाली घटना को लेकर सिलीगुड़ी में विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
- संदेशखाली मामले में विरोध प्रदर्शन जारी है। बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और टीएमसी नेता शाजहां शेख और उसके करीबियों की गिरफ्तारी की मांग की है।