Hizbul Mujahideen का मुखिया सलाउद्दीन पाकिस्तान की सड़को पर आया नज़र

हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सलाउद्दीन पाकिस्तान के रावलपिंडी (Rawalpindi) में सार्वजनिक कार्यक्रमों नज़र आया है।

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पाकिस्तान देश इन दिनों आर्थिक संकटो से जूझ रहा है। वही इन दिक्क्तों के बाद भी यह देश अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है। जहाँ वैश्विक संगठनों के तमाम रोक के बाद भी यहाँ की गलियों में खुलेआम आतंकी मंडराते हुए नज़र आ रहे है। दरअसल, सूत्रों के मुताबिक मालूम चला है कि, हिजबुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) के प्रमुख सलाउद्दीन (Salahuddin) पाकिस्तान के रावलपिंडी (Rawalpindi) में सार्वजनिक कार्यक्रमों नज़र आया है। अब इसे लेकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) की कड़ी टिप्पणी सामने आई है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने कहा है कि, आंतकवाद वित्तपोषण के खिलाफ पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और कार्रवाई पर संगठन की पूरी नजर बनी हुई है।

FATF ने पिछले साल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर किया था

बीते साल अक्टूबर महीने में ही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट (gray list) से बाहर किया था। तब पाकिस्तान ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF ) के दो कार्ययोजनाओं को अपने यहां लागू करने का दावा किया था। इसमें आतंकी फंडिंग रोकने और आतंक रोधी वित्तपोषण पर लगाम लगाने की बात कही थी। उस दौरान FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर करते हुए कहा था कि, पाकिस्तान को आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) से निपटने के लिए सिस्टम को और स्ट्रांग बनाने के लिए कार्य जारी रखना होगा। पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ओर से दो एक्शन प्लान के साथ कुल 34 कार्यमद दिए गए हैं। FATF की टीम ने इसको लेकर पाकिस्तान का दौरा भी किया था।

पाकिस्तान के लिए अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना जरूरी है: टी राजा कुमार

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के अध्यक्ष टी राजा कुमार (T Raja Kumar) ने पेरिस में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान मीडिया ने हिजबुल के प्रमुख सलाउद्दीन (Salahuddin) के पाकिस्तान में खुलेआम घूमने को लेकर सवाल किया। जिसका जवाब देते हुए टी राजा कुमार ने कहा, “पाकिस्तान के लिए अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना जरूरी है। मैं मीडिया में आई खबरों से कोई अटकलें नहीं लगाऊंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि एशिया पैसेफिक ग्रुप पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों की निगरानी कर रहा है।”

हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया है सैयद सलाहुद्दीन

हिजबुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) का प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन (Syed Salahuddin) पिछले दिनों आतंकवादी बशीर अहमद पीर (Bashir Ahmed Peer) के जनाजे में शामिल हुआ था। इस जनाजे में शामिल होने के दौरान उसकी कई तस्वीरें सामने आयी थी। इसी को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को कई बातो को सुनना पड़ रहा है।

हिजबुल मुजाहिद्दीन के बारे में बताये तो यह जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंक का दूसरा नाम है। हिजबुल मुजाहिद्दीन को हिज्‍ब-उल-मुजाहिद्दीन या एचएम के नाम से भी जाना जाता है। जिसका गठन साल 1990 के आसपास हुआ था। इस गठन मास्टर एहसान डार (Ehsan Dar) ने किया था। हिजबुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) जम्‍मू-कश्‍मीर के सबसे बड़े और पुराने आतंकी संगठनों में से एक है। जिसका मुखिया सैयद सलाहुद्दीन (Syed Salahuddin) है। इस आतंकी संगठन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में डर का मौहोल पैदा कर कश्मीर को इंडिया से अलग करके पाकिस्तान में उसका विलय करना है।