Maharashtra में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) की मांग को लेकर आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस मीटिंग में सभी दलों के प्रमुख नेता शामिल हुए। सभी नेताओं ने मराठा आरक्षण की मांग को सही बताया है और इसके लिए काम करने की बात कही है। वहीं सर्वदलीय बैठक समाप्त होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने सभी से शांति की अपील की है। साथ ही उन्होंने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की बात कही है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि सर्वदलीय बैठक में सभी लोगों ने मराठा आरक्षण को लेकर सहमति जताई है। पत्रकारों से बात करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर सहमति जताई गई है। उन्होंने कहा कि बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि यह आरक्षण नियमों के तहत ही दिया जाएगा और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
साथ ही उन्होंने लोगों से कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने आमजन से सरकार का सहयोग करने की अपील की है। मनोज जरांगे पाटिल से उन्होंने अपील की है कि वह सरकार के प्रयासों पर विश्वास करें। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन को नई दिशा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन करने का हक सभी को है, लेकिन इससे आम जनता को असुरक्षित नहीं महसूस होना चाहिए।
सह्याद्रि गेस्ट हाउस में आयोजित इस बैठक में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, एनसीपी नेता शरद पवार, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चाह्वाण, मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, चंद्रकांत दादा पाटिल, छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, गिरीष महाजन, दादाजी भुसे के अलावा अन्य लोग शामिल थे। इनके अलावा विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अम्बादास दानवे और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वाडेत्तीवार के साथ अलग-अलग दलों के नेता सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।
वहीं सांसद संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं को सर्वदलीय बैठक के लिए कोई बुलावा नहीं मिला। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन पार्टियों में कोई सांसद या विधायक नहीं हैं उन्हें इस बैठक में बुलाया गया है, जबकि हमारी पार्टी से 16 विधायक और 6 सांसद हैं लेकिन हमें नहीं बुलाया गया।