Uttar Pradesh: मेरठ (Meerut) में विभाग द्वारा जगह जगह चौक चौराहो पर लगे कैमरों से वाहन चालकों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। लापरवाही करने और यातायात का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर उचित कार्यवाही करने के लिए सीधे कंट्रोल रूम से चलान (Challans) काटे जा रहे है। बताया जा रहा है कि अब तक इस प्रक्रिया में लगभग 15 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किये जा चुके हैं। आपको बता दे कि वाहन चालको को नियमानुसार सुरक्षित ड्राइविंग करने के लिए विभिन्न जागरूकता अभियान चलाये जाते है और बाकायदा इसके लिए यातायात सप्ताह भी मनाया जाता है। जिसके बाद भी वाहन चालक सुरक्षा नियमों की अनदेखी कर तेज रफ़्तार से ड्राइविंग करते है और न केवल अपनी और अपने साथ सफर कर रहे साथियों की बल्कि रोड पर मौजूद अन्य लोगो की जान से खिलवाड़ करते है।
अब तक 1789 वाहनों के कटे चालान
अगर पिछले साल (२०२२) से अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो पुलिस ने मेरठ (Meerut) में तेज रफ्तार के लगभग 1789 वाहनों के चालान (Challans) काटे है यानी इतनी संख्या में लाइसेंस निलंबित (सस्पेंड) किए गए। 15 माह में इतने चालान (Challans) चिंताजनक हैं। आपको बता दें कि कोई चालक निर्धारित मानक से ज्यादा स्पीड पर वाहन चलाता है तो उस पर दो हजार रुपये ओवरस्पीड और पांच हजार रुपये डेंजर ड्राइविंग का जुर्माना लगता है। इसके अलावा उसका लाइसेंस तीन माह के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है। इस अवधि के दौरान वह वाहन नहीं चल सकता। तीन माह होने पर उसे जुर्माना भरकर अपना लाइसेंस लेना होता है।
नियमों की अनदेखी करने वालो पर कड़ा शिकंजा
लेकिन इतना होने बावजूद लोग नियमों का पालन नहीं करते है और नियमो का उल्लंघन कर ड्राइविंग करते है। नतीजन रोजाना सैकड़ो सड़क एक्सीडेंट की खबरे सुनने को मिलती है। इसीलिए यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर अब सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से भी शिकंजा कसा जा रहा है। चौक-चौराहों पर लगे कैमरों से वाहन चालकों पर नजर रखी जा रही है। इसके बाद उनके चालान किए जा रहे हैं। अब तक जनवरी माह से लेकर मार्च तक तक बिना हेलमेट के लगभग 19247 चालान काटे जा चुके है ।