पश्चिम बंगाल (West Bengal) शिक्षक भर्ती घोटाले सत्ताधारी पार्टी के विधायक जीबन कृष्णा साहा (Jiban Krishna Saha) को सीबीआई (CBI) ने 65 घंटे की तलाशी और पूछताछ के बाद सोमवार को यानि आज अरेस्ट कर लिया है। सीबीआई अफसर बरवान विधायक जीबन कृष्णा साहा (Jiban Krishna Saha) को कोलकाता ला रहे हैं, जहां उन्हें मेडिकल परीक्षण के बाद एक विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। जीबन कृष्णा साहा (Jiban Krishna Saha) तीसरे तृणमूल कांग्रेस विधायक हैं। जिन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में अरेस्ट किया गया है, लेकिन सीबीआई का यह पहला मामला है।
पिछले साल जुलाई में मामले की समानांतर जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 2022 में, प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य (Manik Bhattacharya) को गिरफ्तार किया, जो नदिया जिले के पलाशीपारा विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि, जीबन कृष्णा साहा के आवास पर छापे और तलाशी अभियान के माध्यम से केंद्रीय जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के रूप में 3,200 उम्मीदवारों की भर्ती के बारे में कागजी और डिजिटल दोनों तरह के दस्तावेज बरामद किए हैं। वही जब छापेमारी चल रही थी, तब जीबन कृष्णा साहा ने अपने दो मोबाइल फोन भी अपने आवास के बगल के एक तालाब में फेंक दिए। हालांकि, सीबीआई के अधिकारी एक फोन को ट्रैक करने में सक्षम थे, लेकिन दूसरा गायब है।