श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नमन करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह

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Shyama Prasad Mukherjee

प्रयागराज भाजपा जिला इकाई के बूथ नं 24 बमरौली के बंधन गार्डन मे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। वहीं, केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल के नौ वर्ष पूरे होने पर उसकी उपलब्धि को लोगों को बताया गया। इस मौके पर योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव ने बताया कि केंद्र सरकार श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार कर आगे बढ़ रही। अखंड भारत के सपने को भी साकार किया है।

भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद, राष्ट्रचिंतक, जम्मू कश्मीर में परमिट सिस्टम एवं धारा 370 की समाप्ति के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सभी मंडलों व बूथो में कार्यक्रम आयोजित कर डॉ मुखर्जी को (Shyama Prasad Mukherjee) श्रद्धांजिल दी गई। डॉ मुखर्जी का बलिदान दिवस भाजपा कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर भी मनाया।

स्वतंत्र देव सिंह ने बूथ के सभी सदस्यो का परिचय लेते हुए बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओ से कुछ सवाल जवाब भी किये। साथ ही उन्होने पं श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) के राष्ट्र के समर्पण भाव को भी याद करते हुए कहा कि हमे दोनो महानुभावो श्यामा प्रसाद और पं दीन दयाल उपाध्याय से सीख लेकर देश को जगाते रहना है, वर्ना जिहादी ताकते हमे रहने नही देगी।

योगी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पं श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रीय समर्पण को याद करते हुए उनके जीवन से संबंधित प्रमुख तथ्यो पर भी प्रकाश डाला। 5 अगस्त अनुच्छेद 2019 को जम्मू-कश्मीर पर लगा -370 का दंश हमेशा के लिए मिट गया और एक विधान, एक निशान और एक प्रधान की व्यवस्था लागू हो गई। मगर जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) ने करीब सात दशक पहले ही इस सपने को जिया था और उसके लिए ही कुर्बान भी हो गए थे। उनकी 23 जून 1953 को श्रीनगर की जेल में रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी। जम्मू-कश्मीर में परमिट सिस्टम को तोड़ कर लखनपुर में प्रवेश करने के दौरान ही मुखर्जी ने अपने साथ आए युवा अटल बिहारी वाजपेयी से कहा था कि जाओ अटल दुनिया को बताओ कि श्यामा ने परमिट सिस्टम को तोड़ दिया है।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आगे बताया कि मुखर्जी को लखनपुर में प्रवेश करते ही शेख अब्दुल्ला सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था। उनका संदेश देश तक पहुंचाने के लिए अटल नमक से भरे ट्रक में छिप कर जम्मू से भद्रवाह पहुंचे थे। वहां से हिमाचल के रास्ते होते हुए लौटे थे। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान से जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रवादी ताकतों की मुहिम को बल मिला था। कुछ समय बाद शेख अब्दुल्ला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। श्यामा के बलिदान के कुछ समय बाद प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर में परमिट सिस्टम को खत्म कर दिया। अब भाजपा ने श्यामा के पद चिह्नों पर चलते हुए जम्मू कश्मीर की सभी समस्याओं की जड़ अनुच्छेद 370 को ही तोड़ दिया।

इस अवसर पर सर्वप्रथम कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पं श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर श्रद्धापूर्वक श्रदा सुमन अर्पित किये तथा उनके द्वरा राष्ट्र के लिए किये गये समर्पण और शहादत पर प्रकाश डालते हुए कार्यकर्ताओ को जानकारी भी दी गयी। यह आयोजन बमरौली प्रयागराज के बाकराबाद प्रमुख गेस्ट हाउस मे से एक बंधन गार्डन मे किया गया।

इस दौरान बूथ 24 के सभी सदस्यो के अतिरिक्त बंधन गार्डन के प्रोपराइटर छत्रपति सिंह पटेल, राजूराय, संतोष राय, रामजी शुक्ला, कुन्ज बिहारी मिश्र, मंजीत कुशवाहा, संग्राम सिंह, चन्द्रमा तिवारी, भगवान प्रसाद, पार्षद बमरौली तारादेवी, नारायण केशरवानी, RD NEWS टीम के वरिष्ठ पत्रकार मिथलेश कुमार वर्मा, सहयोगी मनीष कुशवाहा व प्रधान संपादक वी डी पांडेय सहित तमाम गणमान्य उपस्थित रहे ।

इस अवसर पर योगी सरकार के दोनो महानुभाव स्वतंत्र देव सिंह व सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय दिव्यांग सदस्य शिव मोहन साहू को अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया। इस सम्मान के बाद आर डी न्यूज से बात करते हुए शिव मोहन ने बताया कि वह अपने देश की सेवा के लिए पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी से प्रेरित होकर ही आज बी जे पी के साथ जुड़कर समाज की सेवा मे लगे है। इसके पूर्व वह विश्व हिन्दु परिषद के साथ भी जुड़कर कार्य कर चुके है। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री के हाथो सम्मानित होकर खुद को गर्वान्वित महसूस कर रहे है ।