यूपी के बुलंदशहर (Bulandshahar) में नकली दूध का धंधा करने वाले लोगों के खिलाफ एफडीए ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम पहुंची। जहां पर उन्होंने नकली दूध तैयार किये जा रहे प्लांट पर छापेमारी की।
खाद्य विभाग की टीम की छापेमारी से मचा हड़कंप
बुलंदशहर (Bulandshahar) जिले में सेहत के दुश्मनों पर खाद्यय सुरक्षा विभाग की टीम ने छापेमार कार्रवाई जारी है, जिससे सेहत का दुश्मनों में हड़कंप मचा है। खाद्यय सुरक्षा विभाग बुलंदशहर का सहायक आयुक्त विनीत कुमार ने बताया कि FDA की टीम ने शिकारपुर में एक चिलिंग प्लांट में छापेमार कार्रवाई की, प्लांट में मिल्क पाउडर, रिफाइंड ऑयल और केमिकल्स से दूध बनाने की तैयारी चल रही थी, असली दूध में साइंथेटिक दूध मिलाकर बेचने का गोरखधंधा चल रहा था। बरामद सिंथेटिक दूध को नष्ट कराया गया और भारी मात्रा में दूध बनाने का केमिकल्स आदि बरामद हुए है। बरामद सिंथेटिक दूध का सैंपल जांच को भेजा जा रहा है।
केमिकल के जरिए बनाए जा रहा था नकली दूध
खाद्य सुरक्षा विभाग बुलंदशहर के सहायक आयुक्त विनीत कुमार ने बताया कि एक सूचना के आधार पर खाद्यय सुरक्षा अधिकारी कुंवरपाल, राम मिलन राना, मनीषा शर्मा, अमित गौतम आदि की टीम ने कोमल प्रसाद के शिकारपुर के उटरावली में स्तिथ हरित प्रदेश चिलिंग प्लांट पर छापा मारा। हरित प्रदेश मिल्क का चिलिंग सेन्टर का संचालन कोमल प्रसाद के घर पर हो रहा था। बताया गया कि आस-पास के गाँव से दूध कलेक्शन का कार्य करता है। इनके घर पर छान बीन की गयी तो सिंथेटिक दूध बनाने की तैयारी चल रही थी। इनके यहाँ से सिंथेटिक दूध बनाने में प्रयुक्त 300 किग्रा सोरबीटोल, तीन टिन रिफाइन्ड , पामोलीन ऑयल, 25 किग्रा के 15 कट्टे Whey Powder, एक बाल्टी में अन्य अज्ञात केमिकल मौके पर पाया गया तथा कुछ बर्तन में केमिकल से दूध बनाया जा रहा था। मौके से तैयार लगभग 50 ली० नकली दूध मिला। मौजूद दूध व सभी केमिकल के नमूने जॉच हेतु लेकर प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। पूछ-ताछ करने पर बताया कि वह कम्पनी की आड में सिंथेटिक दूध का कारोबार कर रहा था। इस बात की प्रबल सम्भावना प्रतीत होती है कि उपरोक्त सिंथेटिक दूध एत्रित दूध में मिला कर कम्पनी में भी सप्लाई किया जा रहा था. इसकी जाँच की जा रही है। मौके पर उपलब्ध सिथेटिक दूध को नष्ट करा दिया गया है। मौजूद समस्त केमिकल को सीज कर दिया गया है।