Kaushambi News: यूपी के कौशांबी में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा का सम्मेलन आयोजन ओसा स्थित एक निजी महाविद्यालय में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने किया तथा मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री व विधायक सुरेश पासी रहे। कार्यक्रम के संयोजक नगर पालिका अध्यक्ष मंझनपुर वीरेंद्र सरोज फौजी रहे। बतौर मुख्य अतिथि विधायक सुरेश पासी ने कहा कि अन्य पार्टियों के नेता बाबा साहब के बारे में बात तो करते हैं, लेकिन जब सम्मान की बात आती है तो वह पीछे हट जाती है। बाबा साहब का पंच तीर्थ स्थल को भारतीय जनता पार्टी ने बनाने का काम किया।
बाबा साहब जहां पढ़ने गए थे भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए पढ़ने और खाने का निशुल्क व्यवस्था करने का काम किया है देश में भ्रष्टाचार बंद करने का काम मोदी सरकार ने किया और इसका सबसे ज्यादा लाभ अगर किसी भी समाज को मिला है तो अनुसूचित जाति के लोगों को मिला है। पहले की सरकार गरीबों की योजनाओं को बिचौलियों के माध्यम से खा जाते थे, लेकिन मोदी सरकार ने बिचौलियों का धंधा बंद कर दिया। सभी गरीबों का जनधन खाता खोलकर सभी योजनाओं का लाभ सीधे गरीबों को खाते में भेजने का काम किया।
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विनोद सोनकर ने कहा कि समाजवादी पार्टी बात करती है समाजवाद की लेकिन काम करती है परिवारवाद की और उसका असर हमारे कौशांबी में भी पड़ने लगा सांसद ने कहा कि कोई बताएं कि समाजवादी पार्टी में अनुसूचित समाज के और कोई प्रत्याशी नहीं था क्या, बिरादरी में क्या केवल पिता पुत्र ही राजनीति करेंगे और बहुत भी अनुचित समाज के बेटे हैं पासी समाज के दम पर 25 वर्षों से राजनीति कर रहे हैं।
उन्हें बेटे के अलावा कोई और नहीं दिखा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी पार्टी है हर वर्ग की भागीदारी सभी बिरादरी के नेता होते हैं कोई परिवारवाद को बढ़ाने का काम नहीं करती है ।जिला अध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 400 पार करने जा रहे हैं और उस 400 की माला में एक फूल कौशांबी लोकसभा की भी होगी।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रणजीत सिंह जिला प्रभारी, प्रभा संकर पांडे प्रवासी, राकेश पांडे, जिला संयोजक निर्मल पासवान , कल्पना सोनकर, पुष्पा देवी, रमेश पासी, पूर्व विधायक लाल बहादुर, संजय गुप्ता, शीतला पटेल, वीरेंद्र फौजी, कविता पासी, सरल राय, शिवबाबू सरोज, दीप दिवाकर, शिव मूरत, फूलमती सरोज, अशोक चौधरी, सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता रहे।