Bihar Budget 2023: बिहार सरकार साल 2023-24 के लिए मंगलवार (28 फरवरी) को बजट पेश करने जा रही है। महागठबंधन की सरकार में वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) बजट पेश करने जा रहे हैं।
साल 2022-23 के बजट के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United), भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के साथ थी। लेकिन बीते साल जेडीयू ने एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन की सरकार बना ली। इसमें राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस समेत 7 पार्टियां शामिल हैं। संभावनाएं जताई जा रही हैं की सरकार रोजगार को लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है।
बिहार की अर्थव्यवस्था भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है: विजय कुमार
बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने सोमवार को कहा था कि, राज्य ने विकास दर के मामले में वित्त वर्ष 2021-22 में 10.98 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो 8.68 प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। उन्होंने कहा, “बिहार की अर्थव्यवस्था भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आंध्र प्रदेश (11.4 प्रतिशत) और राजस्थान (11.04 प्रतिशत) के बाद बिहार की 10.98 प्रतिशत की वृद्धि देश के शीर्ष पांच सबसे तेजी से बढ़ते राज्यों में तीसरे स्थान पर है।”
महागठबंधन सरकार रोजगार के क्षेत्र में बड़ा ऐलान कर सकती है
बिहार में साल 2021-23 के दौरान सरकार ने 18 हजार 302 करोड़ 70 लाख रुपये का बजट पेश किया था। वहीं, साल 2022-23 में यह आंकड़ा बढ़कर 37 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया था। संभावनाएं जताई जा रही है कि मौजूदा महागठबंधन सरकार रोजगार के क्षेत्र में बड़ा ऐलान कर सकती है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लंबे समय से लाखों नौकरियों की बात कहते हुए आ रहे हैं।
विजय कुमार चौधरी ने कहा कि, द्वितीयक क्षेत्र में बिजली, गैस, जल-आपूर्ति और अन्य उपयोगी सेवाएं (EGWUS) 14.5 प्रतिशत की उच्च दर से बढ़ रही थीं। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, तृतीयक क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्र वायु परिवहन (10.5 प्रतिशत), भंडारण (21.3 प्रतिशत), वित्तीय सेवाएं (12.6 प्रतिशत) और लोक प्रशासन (9.3 प्रतिशत) रहे।
विजय चौधरी पहली बार करेंगे बजट पेश
सर्वेक्षण में कहा गया है कि, पिछले पांच वर्षों (2017-18 से 2021-22) के दौरान कृषि और संबद्ध क्षेत्र लगभग पांच प्रतिशत की दर से बढ़ा। कुल मिलाकर, इस क्षेत्र की 2020-21 में सकल राज्य मूल्य-वर्धन (GSVA) में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। राज्य सरकार मखाना, फल और सब्जियां, मक्का, औषधीय पौधे, सुगंधित पौधे, शहद और चाय जैसे सात उत्पादों में बिहार कृषि-निवेश प्रोत्साहन नीति को लागू कर रही है।
वही, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) पहली बार बिहार का बजट पेश करने जा रहे हैं। बीते 18 सालों में बजट पेश करने वाले वह जदयू (JDU) के तीसरे मंत्री हैं। इससे पहले सीएम कुमार और बिजेंद्र प्रसाद यादव भी राज्य का बजट पेश कर चुके हैं।