Mahua Moitra के रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बड़ा खुलासा

व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी ने खुद एक शपथपत्र में कबूल किया कि महुआ मोइत्रा पर लगे आरोप सही हैं।

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पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ। व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी ने खुद एक शपथपत्र में कबूल किया कि महुआ मोइत्रा पर लगे आरोप सही हैं। महुआ मोइत्रा ने ही अपने संसद अकाउंट के लॉग-इन और पासवर्ड शेयर किए थे। दर्शन हीरानंदानी की तरफ से दिए गए एफिडेविट में दावा किया गया है कि टीएमसी सांसद ने उन्हें लॉग इन और पासवर्ड दिया था जिसके बाद उन्होंने महुआ मोइत्रा के संसद अकाउंट पर सवाल अपलोड किए थे।

दर्शन हीरानंदानी की तरफ से कहा गया है कि मैंने अदाणी ग्रुप को टारगेट करने के लिए सवाल भेजे थे। अपुष्ट जानकारियों के आधार पर मैं महुआ मोइत्रा के संसद अकाउंट पर सवाल पोस्ट करता रहा। इसके बदले में मैं महुआ को महंगे गिफ़्ट भी देता था। मैं महुआ की यात्राओं और छुट्टियां का खर्च उठाता था। मैंने महुआ मोइत्रा के सरकारी आवास की मरम्मत कराई। मैं उम्मीद कर रहा था महुआ का साथ देने से मुझे विपक्षी राज्यों में मदद मिलेगी।

दर्शन हीरानंदानी ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने तेज़ी से तरक़्क़ी के लिए पीएम मोदी को निशाना बनाया था। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए अदाणी को टारगेट किया। साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी-अदाणी को टारगेट करने के लिए महुआ राहुल गांधी के लगातार संपर्क में थीं। सुचेता दलाल, शार्दुल श्रॉफ और पल्लवी श्रॉफ़ भी मदद कर रहे थे। महुआ मोइत्रा की शशि थरूर और पिनाकी मिश्रा ने भी मदद की।

उन्होंने आगे कहा कि महुआ मोइत्रा ने इस काम में विदेशी पत्रकारों को साथ लिया। ये पत्रकार FT, NYT और BBC के थे। कई भारतीय मीडिया हाउस से भी महुआ संपर्क में थीं। मैं उम्मीद कर रहा था, महुआ का साथ देने से मुझे विपक्षी राज्यों में मदद मिलेगी।

जाने कौन हैं दर्शन हीरानंदानी?

देश में रीयल एस्टेट के बड़े कारोबारियों में शुमार होने वाले निरंजन हीरानंदानी के पुत्र दर्शन हीरानंदानी जल्द ही हीरानंदानी ग्रुप के CEO बनने वाले हैं। हीरानंदानी समूह का दखल ऊर्जा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी है, और अदाणी समूह से हीरानंदानी समूह की प्रतिद्वंद्विता बनी रहती है। हीरानंदानी समूह ने इन्फ्रा और ऊर्जा के उस कॉन्ट्रैक्ट के लिए भी बोली लगाई थी, जो अंततः अदाणी समूह को मिला था। इसके अलावा, हीरानंदानी समूह ने वर्ष 2014 में धामरा पोर्ट के लिए भी बोली लगाई थी, जबकि यह कॉन्ट्रैक्ट भी अदाणी समूह को ही मिला था।