देश में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से हर जगह तबाही मची हुई है। वही इस भारी बारिश की वजह से दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है लेकिन राहत की बात ये है कि अभी यमुना का जलस्तर घटने लगा है। हालांकि अब भी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर बना हुआ है। वर्तमान में यमुना का जलस्तर 208.46 पर पहुंच गया है। जबकि कल शाम तक यह 208.66 पर था।
बीते कल संभावना जताई गई थी कि शुक्रवार से दिल्लीवासियों को बाढ़ से राहत मिलने लगेगी। हालांकि राहत-बचाव के लिहाज से दिल्ली में एनडीआरएफ की 16 टीमों की तैनाती कर दी गई है। बाढ़ का सामान्य जनजीवन पर बुरा प्रभाव पड़ा है। दिल्ली के निचले स्थानों पर रहने वाले लोगों को विस्थापित करना पड़ा है।
बता दें कि बाढ़ के कारण दिल्ली मेट्रो द्वारा यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट दोनों ही दरवाजों को क्लोज किया जा चुका है। दिल्ली में बीते कल दोपहर तक जलस्तर स्थिर रहा था लेकिन अचानक फिर शाम तक जलस्तर बढ़ने लगा। एनडीआरएफ की 16 टीमें दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर तैनात है।
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मोहसिन शाहिदी ने बताया कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन-तीन टीम, दक्षिण-पूर्वी में पांच-पांच, मध्य क्षेत्र में चार जबकि शाहदरा इलाके में एनडीआरएफ की एक टीम की तैनाती की गई है।
वही बृहस्पतिवार की रात तक यमुना का पानी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के भीतर तक घुस गया। इस कारण वहां मोटरों को बंद करना पड़ा था। तीन जल शोधन संयंत्रों के बंद होने के कारण पानी की आपूर्ति में 25 फीसदी कटौती करने का फैसला किया गया है।