राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (National Investigation Agency) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) में इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और विस्फोटक बरामदगी मामले में एक मुख्य साजिशकर्ता को अरेस्ट कर लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही पिछले साल जून में दर्ज मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या 8 हो गई है। संघीय आतंकवाद रोधी एजेंसी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के निवासी इस्लाम चौधरी को उसके घर से पकड़ा गया, जहां एनआईए ने 1.50 लाख रुपये नकद, बैंक लेन-देन के दस्तावेज, मोबाइल नंबरों के साथ पर्चियां, सिम कार्ड, तीन मोबाइल फोन और आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए।
अधिकारी ने कहा कि मामले में दो अन्य आरोपियों-मेराजुद्दीन अली खान और मीर मोहम्मद नुरुज्जमां से पूछताछ के बाद एनआईए ने चौधरी की गिरफ्तारी की। खान और नुरुज्जमां को एनआईए ने 28 जून को गिरफ्तार किया था। प्रवक्ता ने कहा, ‘जांच से पता चला है कि चौधरी मामले में विस्फोटकों की आपूर्ति में एक प्रमुख साजिशकर्ता और सूत्रधार था और पिछले साल सितंबर में भारी मात्रा में इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, ‘नॉनल्स’ (गैर-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर) और विस्फोटकों की बरामदगी के बाद मामला दर्ज किया गया था।’
शुरू में पश्चिम बंगाल विशेष कार्य बल (STF) की एक टीम ने बीरभूम जिले के एमडी बाजार थाना अंतर्गत क्षेत्र में एक वाहन से करीब 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर जब्त किए गए थे और वाहन चालक आशीष केवरा को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रवक्ता ने कहा कि इसके बाद की तलाशी में 2,525 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 27,000 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, 1,625 किलोग्राम से अधिक जिलेटिन छड़ें, मैगजीन के साथ एक पिस्तौल आदि चीजें बरामद की गई थीं। अधिकारी ने कहा कि तलाशी के दौरान अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया और एनआईए अपनी जांच जारी रखे हुए है।