क्रिप्टो करेंसी से संबंधित मामले में प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्यवाही

17 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गेन बिटकॉइन पोंजी स्कीम मामले में सिंपी भारद्वाज और अजय भारद्वाज के घर पर सर्च ऑपरेशन किया था।

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भारत के पहले क्रिप्टो करेंसी से संबंधित मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मेसर्स वेरिएबल टेक प्राइवेट लिमिटेड के मामले में चल रही जांच के सिलसिले में बहादुरगढ़ के सेक्टर-2 में आरोपी सिंपी भारद्वाज उर्फ सिम्पी गौड़ के पिता के आवासीय परिसर पर तलाशी अभियान चलाया। प्रवर्तन निदेशालय की टीम मुंबई से जांच के लिए पहुंची।

दरअसल, क्रिप्टो केस में आरोपी सिंपी भारद्वाज उर्फ सिंपी गौड़ बहादुरगढ़ के सेक्टर-2 की रहने वाली है। शुक्रवार को ईडी की टीम ने उनके पिता देवीदत्त गौड़ उर्फ देवेंद्र के घर सेक्टर-2 स्थित मकान नंबर 1294 पर रेड की और यहां दस्तावेज खंगाले। ईडी की यह कार्रवाई वीरवार रात से शुक्रवार दोपहर तक जारी रही। ईडी की रेड के साथ सीआरपीएफ के कई जवान भी साथ रहे। ईडी की टीम के अधिकारी दो गाड़ियों में सवार होकर पहुंचे।

बता दें कि 17 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय ने गेन बिटकॉइन पोंजी स्कीम मामले में सिंपी भारद्वाज और अजय भारद्वाज के घर पर सर्च ऑपरेशन किया था। सिंपी भारद्वाज को 6,600 करोड़ से अधिक रुपये के क्रिप्टो करेंसी मामले में दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 26 दिसंबर तक ईडी की हिरासत में भेजा था। इसके बाद आरोपी सिंपी को दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया गया था। वहां पर पूछताछ के बाद ईडी की टीम बहादुरगढ़ में उनके पिता के आवासीय परिसर पर रेड के लिए पहुंची।

ईडी के अनुसार, यह भारत का पहला क्रिप्टो केस है। भारद्वाज पर धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया गया है। ईडी अधिकारियों के अनुसार, भारद्वाज सिंगापुर में स्थित वेरिएबल टेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों में से एक हैं, जिसने निवेशकों को बिटकॉइन और कंपनी की अपनी क्रिप्टो करेंसी में उच्च रिटर्न के वादे के साथ लुभाया था। इसी आधार पर उनके रिश्तेदारों और जानकारों के यहां छापेमारी की गई है।

अपने पति अजय भारद्वाज और अपने दिवंगत बहनोई अमित भारद्वाज के साथ मिलकर सिंपी ने वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.बिटकॉइन.कॉम के माध्यम से जनता को धोखा देने की साजिश रची। ईडी ने दावा किया कि भारद्वाज और अन्य ने वेरिएबल टेक के साथ एक अनुबंध के माध्यम से 18 महीने के लिए प्रति बिटकॉइन 10 प्रतिशत के सुनिश्चित रिटर्न का झूठा वादा करके निवेशकों को गुमराह किया।