आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के उ.प्र. प्रभारी सांसद संजय सिंह (MP Sanjay Singh) की ED द्वारा गिरफ्तारी से आम जनमानस में भारी रोष है। यह कार्रवाई मोदी-अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह की आवाज को दबाने की साजिश है। संजय सिंह की गिरफ्तारी से नाराज कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों में यूपी सहित पूरे देश भर में विरोध प्रदर्शन किया।
जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र जादौन (Bhupendra Jadaun) ने कहा कि संजय सिंह ने मणिपुर (Manipur) हिंसा में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने जैसे जघन्य अपराध के खिलाफ सदन में आवाज उठाई तो उन्हे राज्य सभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया और आज तक वो निलंबित है। सांसद संजय सिंह लगातार दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यको व समाज के कमज़ोर वर्गो की आवाज लगातार उठाते रहे है और सरकार से सवाल पूछते रहे है। संजय सिंह ने समय समय पर किसानों के हितों की रक्षा के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए, पुरानी पेंशन की बहाली के लिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश में बढ़ती मॅहगाई के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाते रहे हैं।
जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र जादौन (Bhupendra Jadaun) ने कहा सांसद संजय सिंह के खिलाफ ये पूरा मामला फर्जी, बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है। हम लोग इससे डरने वाले नही हैं। पूरा देश सांसद संजय सिंह के साथ खड़ा है। मोदी की तानाशाही से डरने वाले नही हैं। इस तानाशाही के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
ज़िला प्रभारी सी एम चौहान (CM Chauhan) ने प्रेसवार्ता कर मोदी सरकार (Modi government) पर जमकर निशाना साधा और कहा कि 2024 में मोदी इंडिया गठबंधन से चुनाव हार रहे हैं। इसी बौखलाहट में इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
सी एम चैहान ने आगे कहा कि फर्जी शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्तों ने 14 बार ईडी को बयान दिए लेकिन उन बयानों में कभी संजय सिंह का नाम नही लिया। सांसद संजय सिंह कोई अंजान व्यक्ति नहीं है। क्या अभियुक्त को इतनी बार बयान देते हुए सांसद संजय सिंह का नाम याद नही आया? अचानक से ईडी द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से सांसद संजय सिंह के खिलाफ बयान दिलवाया गया। महीने भर के अंदर अभियुक्त को जमानत मिल गई और ईडी ने उसकी जमानत का कोई विरोध भी नहीं किया। जमानत के कुछ दिन बाद ही उसको सरकारी गवाह बना दिया गया। 12 घंटे ईडी की रेड चली जिसमे सांसद संजय सिंह के घर का कोना कोना छान मारा फिर भी कुछ नहीं मिला। इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
ईडी भाजपा के दबाव में काम कर रही है। इसलिए सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार करने से पहले सम्मन तक नही भेजा गया। संजय सिंह लगातार मोदी अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ते रहे है और उन्होंने अडानी के घोटालों के साक्ष्य ईडी के सामने प्रस्तुत करे लेकिन ईडी ने अडानी के खिलाफ कार्यवाही न करते हुए मोदी के दबाव में आकर संजय सिंह को ही गिरफ्तार करवा दिया।
प्रेसवार्ता के दौरान जिला महासचिव राकेश अवाना, जिला प्रवक्ता राहुल सेठ, जिला उपाध्यक्ष प्रवीन धीमान, जतन भाटी, गजेंद्र चौधरी, ध्रुव साहनी सिंगराज सिंह मौजूद रहे।