Bengaluru:’PayCM’ पोस्टर मामले में 5 लोगों को किया गिरफ्तार

केपीसीसी प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा कि, वे कर्नाटक सरकार के विरोध में सभी सरकारी भवनों पर और अधिक PayCM पोस्टर लगाएंगे|

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Karnataka: कर्नाटका विधानसभा चुनाव काफी नजदीक आता जा रहा है वैसे ही यहाँ पर कोई न कोई विवाद पैदा हो जाता है, अभी हाल में एक नया विवाद सामने आया है, PayCM पोस्टर विवाद भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कभी काफी तेज़ होता दिख रही है| जहाँ ‘PayCM’ के पोस्टर ने नया विवाद शुरू कर दिया है। बेंगलुरू पुलिस ने इन पोस्टरों के संबंध में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी की है।

बेंगलुरु पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

मिली जानकारी के मुतबिक़, इस मामले में कुल पांच लोगों को पुलिस अपने हिरासत में लिया है| बेंगलुरु पुलिस ने बृहस्पतिवार की शाम तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि अन्य दो लोगों ने आत्मसमर्पण कर दिया। यह भी बताया गया है कि, घटना के संबंध में और गिरफ्तारियां होने की पूरी उम्मीद है| सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की युवा सोशल मीडिया टीम कथित रूप से इस घटना में शामिल थी और गिरफ्तार किए गए लोगों में से तीन कथित तौर पर उस टीम के ही सदस्य थे।

इस बीच, कर्नाटक कांग्रेस ने राज्य में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की सरकार के खिलाफ एक नया हमला स्टार्ट किया है। अपने हालिया हमले में, कांग्रेस पार्टी ने एक और पेसीएम (PayCM) अभियान स्टार्ट किया है और बसवराज बोम्मई सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का आरोप लगाते हुए कई स्क्रीनशॉट साझा करके सत्तारूढ़ बीजेपी पर कटाक्ष किया।

डीके शिवकुमार: कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को “निंदनीय” बताया

इस घटना के संबंध में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी सोशल मीडिया विंग से जुड़ी गिरफ्तारी के बाद, केपीसीसी प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा कि वे कर्नाटक सरकार के विरोध में सभी सरकारी भवनों पर और अधिक पेसीएम (PayCM) पोस्टर लगाएंगे|

केपीसीसी प्रमुख डीके शिवकुमार ने अपने ट्विटर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को “निंदनीय” बताया और उन्होंने कहा कि, लोकतंत्र में सभी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है। उन्होंने लिखा, “यह निंदनीय है कि बीजेपी सरकार के 40 प्रतिशत कमीशन घोटाले के खिलाफ डिजिटल रूप से लड़ रहे कांग्रेस सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। हम सभी लोकतंत्र की छाया में कार्य कर रहे हैं। यहां हर किसी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है।”